Lok Sabha Election 2019: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल एल.रामदास ने कहा है कि सीएम के सेना को ‘मोदी जी की सेना’ बताने वाले बयान को लेकर वह चुनाव आयोग (ईसी) जाएंगे। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा, “देश के सैन्य बल किसी एक व्यक्ति के नहीं होते, बल्कि वे पूरे देश की सेवा करते हैं। चुनाव जब तक नहीं हो जाते, तब तक सीईसी (सुनील अरोड़ा) असली बॉस हैं। मैं इस बाबत ईसी के पास जाऊंगा।”
रामदास यह भी बोले कि पूर्व सैनिक और सैन्य बलों से अभी भी जुड़े हुए लोग सीएम योगी के उक्त बयान से नाराज हैं। पूर्व नेवी चीफ के अलावा कुछ और पूर्व सैनिकों ने भी सीएम के बयान पर आपत्ति जताई। लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग (सेवानिवृत्त) ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की तरफ से दिए जाने वाले ऐसे बयानों से सेना का राजनीतिकरण होगा। उन्होंने आगे यह भी बताया कि पिछले पांच सालों में राजनेताओं ने ऐसे बयान दिए, जिनमें वे राष्ट्रवाद को सेना से जोड़कर बताते थे।
दरअसल, रविवार को सीएम योगी गाजियाबाद में थे। उन्होंने वहां एक जनसभा के दौरान कहा, “कांग्रेस सरकार आतंकियों को बिरयानी परोसती थी और मोदी जी की सेना उनके (आतंकियों) रास्ते में गोलियां और बम भेजती है।” योगी के बयान को लेकर ईसी के पास शिकायत की गई, जिसके बाद ईसी ने सोमवार को इस मसले पर रिपोर्ट मांगी। ईसी ने इसके अलावा योगी के भाषण की प्रति भी मंगाई है।
इससे पहले, सात मार्च को एडमिरल रामदास ने ईसी को एक चिट्ठी लिखी थी। उन्होंने उसमें राजनीतिक दलों द्वारा भारतीय सैन्य बलों से जुड़ी तस्वीरें इस्तेमाल करने पर चिंता जाहिर की थी। आगे नौ मार्च को आयोग ने सभी राजीनीतिक दलों को हिदायत दी थी कि वे किसी भी हालत में सेना या फिर उससे जुड़े किसी फोटो या विज्ञापन का इस्तेमाल न करें। बता दें कि लोकसभा चुनाव सात चरण में होंगे। ये 11 अप्रैल से 19 मई तक चलेंगे, जबकि 23 मई को इनके नतीजे जारी किए जाएंगे।