Lok Sabha Election 2019: हरियाणा के रोहतक में बूथ कैप्चरिंग को लेकर राज्य के एक मंत्री पर मामला दर्ज किया गया है। 12 मई को संपन्न हुए मतदान के दौरान बूथ पर अवैध रूप से जाने का आरोप लगाया गया है। बीजेपी नेता और राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर के खिलाफ रोहतक में एक पोलिंग बूथ में जबरन घुसने का आरोप लगाया गया है। रोहतक जिला बार एसोसिएशन के प्रधान लोकेंद्र फोगाट ने इस संबंध में शिकायत की थी इसके अलावा कांग्रेस के नेता व प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने भी इस मामले में चुनाव आयोग को पत्र लिखकर शिकायत की थी। पत्र में लिखा गया है कि रोहतक के काठमंडी स्थित एक बूथ पर कैप्चरिंग का प्रयास किया गया और इस काम में शहर से जुड़े एक मंत्री को भी शामिल बताया गया है।
रमेश लोहार की जमानत के बाद फिर से गिरफ्तारी: बताया जा रहा है कि चुनाव वाले दिन रमेश लोहार और उसके साथी गरनावठी निवासी राहुल, खरक जाटान निवासी सुनील, बोहर निवासी सुनील, मकड़ौली कलां निवासी प्रवीण उर्फ काला, बोहर निवासी सुरेंद्र व सुनील तीन गाड़ियों में हथियार और कारतूस लेकर घूमते रहे थे। इस घटना को संबंध में पुलिस ने रमेश लोहार को गिरफ्तार किया था हालांकि बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया था। इसके बाद दबाव के चलते पुलिस ने फिर से रमेश लोहार को उसके साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है।आरोपितों के खिलाफ शिवाजी कॉलोनी थाने में केस दर्ज किया गया था।इस मामले में 483, 283, 130, 131बी, मोटर अधिनियम की धारा 49, 192-धारा के तहत कार्रवाई की गई है।
चुनाव सामग्री छोड़ आने पर भी केस: मध्य प्रदेश के श्योपुर में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। वोटिंग समाप्त होने के बाद निर्वाचन कर्मचारी पोलिंग संबंधी सामानों को समेटना भूल गए जिसके मतदान केंद्र से यह सामाग्री ही गायब हो गई। गनीमत यह हुई कि निर्वाचन कर्माचारी ईवीएम और वीवीपैट लाना नहीं भूले। मामला विजयपुर विधानसभा के सहसाराम का है। विजयपुर के एसडीएम सौरभ मिश्रा का कहना है कि इस घटना के संबंध में आला अधिकारियों को दे दी गई है और साथ ही इस मामले में एफआईआर भी दर्ज करा दी गई है। सामान छूटने के बाद जब कर्मचारियों को वापस भेजा गया तो वहां से सामान गयाब मिला।
बता दें कि पोलिंग बूथ पर तैनात कर्मचारियों को पीठासीन अधिकारी की डायरी, मतपत्र लेखा समेत कई चीजें सौंपी जाती है और चुनाव संपन्न होने के बाद चुनाव संपन्न कराने के बाद कर्मचारियों व अधिकारियों को सामग्री का पूरा हिसाब देना होता है।
