Lok Sabha Election 2019: कांग्रेस की महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने पहली बार बनारस से चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। बनारस से चुनाव लड़ने के सवाल पर प्रियंका गांधी ने कहा कि यदि पार्टी अध्यक्ष उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बनारस से चुनाव लड़ने के लिए कहते हैं तो वह ऐसा कर सकती हैं।

मीडिया से बातचीत में प्रियंका ने रविवार को कहा, ‘यदि पार्टी अध्यक्ष मुझे चुनाव लड़ने को कहते हैं तो मुझे चुनाव लड़ने में खुशी होगी।’ इससे पहले प्रियंका गांधी ने मक्कमकुन्नु में पुलवामा हमले में शहीद वीवी वसंत कुमार के परिवार से मुलाकात की। वसंत उन 40 सीआरपीएफ जवानों में शामिल थे जिनकी जैश-ए- मोहम्मद के 14 फरवरी को पुलवामा हमले में मौत हो गई थी।

दक्षिण कश्मीर के इस इलाके में जैश के आतंकी ने विस्फोटक से भरी कार को सीआरपीएफ के काफिले से टकरा कर विस्फोट कर दिया था।  शहीद के परिवार से मुलाकात से पहले प्रियंका गांधी ने श्रीलंका में इस्टर के मौके पर हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

प्रियंका ने कहा कि जो लोग त्योहार की खुशियां मना रहे थे वे अब दुख में डूबे हुए हैं। मेरी संवेदना हमले में अपने परिजनों को खोने वाले परिवारों के साथ हैं। वहीं, केरल से प्रतिष्ठित यूपीएससी परीक्षा पास करने वाली पहली आदिवासी महिला श्रीधन्या सुरेश ने भी प्रियंका गांधी से मुलाकात की। दो दिन पहले ही कांग्रेस प्रवक्ता और एमएलसी दीपक सिंह ने यह दावा किया था कि प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ सकती हैं।

दीपक ने कहा था कि प्रियंका आयरन लेडी हैं और वह मोदी के सामने चुनाव लड़ कर जनता को यह संदेश देना चाहती हैं कि अब बदलाव का वक्त आ गया है। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपने एक इंटरव्यू में प्रियंका गांधी की चुनाव लड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया था। वहीं प्रियंका कई बार अपने चुनाव लड़ने की संभावनाओं से इनकार करती रहीं थीं। हालांकि, पार्टी की तरफ से पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाए जाने के बाद से प्रियंका पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी गंगा किनारे रहने वाले निषाद समुदाय के लोगों से मुलाकात की।