अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले नवादा से बीजेपी के वर्तमान सांसद गिरिराज सिंह का टिकट काट दिया गया है। नवादा की सीट अब एनडीए में शामिल जेडीयू के पाले में चली गई है। मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह टिकट काटे जाने से बेहद नाराज और दुखी हैं। एक न्यूज चैनल के साक्षात्कार में उनका दर्द झलक आया। एक सवाल के जवाब में गिरिराज ने कहा कि वो एक कार्यकर्ता थे, हैं और रहेंगे। हालांकि, जब उनका नवादा से टिकट काटे जाने पर सवाल किया गया है तो उन्होंने कहा कि यह सवाल पार्टी अध्यक्ष (अमित शाह) से पूछा जाना चाहिए।

बताया जा रहा है कि गिरिराज सिंह को मनाने की पूरी कोशिश की जा रही है। लेकिन, उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वह चुनाव सिर्फ नवादा से ही लड़ेंगे। कयास लग रहे हैं कि पार्टी उनहें बेगुसराय से टिकट दे सकती है। लेकिन, जानकारों का मानना है कि बेगुसराय में महागठबंधन से कड़ी चुनौती मिलने वाली है। दूसरी तरफ से यहां से सीपीआई नेता (जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष) कन्हैया कुमार के भी यहां से चुनाव लड़ने की बातें कही जा रही हैं। हालांकि, कुछ दिनों में गठबंधन और राजनेताओं की स्थिति साफ-साफ दिखाई देने लगेगी।

गौरतलब है कि गिरिराज सिंह उन नेताओं में शुमार रहे हैं, जिन्होंने 2014 में नरेंद्र मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित करने की वकालत की थी। उस दौरान गिरिराज सिंह ने मोदी के लिए काफी बैटिंग की थी। चुनाव में उन्हें नवादा से टिकट मिला और वह जीतकर संसद पहुंचे। बीते साढ़े चार सालों के दौरान गिरिराज सिंह अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहे।