राजस्थान की करौली-धौलपुर लोकसभा सीट एक महत्वपूर्ण सीट है। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। कांग्रेस ने यहां 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी और कांग्रेस के खिलाड़ी लाल बैरवा सांसद बनकर आए थे लेकिन इसके बाद 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के मनोज राजोरिया ने इस सीट पर जीत दर्ज की और सांसद बनकर लोकसभा पहुंचे थे।
इस बार कौन है उम्मीदवार?
करौली-धौलपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत 8 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें से 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 2, कांग्रेस ने 5 और बीएसपी ने 1 सीट जीती थी। ज्यादातर गैर-बीजेपी नेता भारी अंतर से जीते। जमीनी स्तर पर भाजपा कार्यकर्ताओं के मुताबिक स्थानीय नेताओं की मतदाताओं पर अच्छी पकड़ है।
करौली-धोलपुर लोकसभा | | |
1. Party | प्रत्याशी का नाम | |
बीजेपी | इंदू देवी जाटव | |
कांग्रेस | भजन लाल जाटव | |
अन्य | अभी घोषणा नहीं हुई है |
एक बीजेपी कार्यकर्ता ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि 8 विधानसभा सीटों पर लगभग 3 लाख जाटव हैं, जो हिंडौन से कांग्रेस विधायक अनीता जाटव का समर्थन कर रहे हैं। इसी तरह यहां माली जाति का अच्छा प्रभाव है जो धौलपुर विधायक शोभारानी कुशवाह के पक्ष में है।
एक भाजपा नेता ने कहा, “वैश्य समुदाय हमेशा से बीजेपी का बड़ा वोट बैंक रहा है, लेकिन राजाखेड़ा से कांग्रेस विधायक रोहित बोहरा की उन पर मजबूत पकड़ है। इसके अलावा वर्तमान भाजपा सांसद मनोज राजोरिया पिछले 4 वर्षों से लोकसभा सीट पर सक्रिय नहीं हैं। अगर इस बार उन्हें टिकट दिया गया तो सत्ता विरोधी लहर नतीजे पर असर डाल सकती है। हम जानते हैं कि राजस्थान की अधिकांश सीटों पर एकतरफा जीत है, लेकिन यहां नहीं।”
क्या है चुनावी समीकरण?
यहां एससी मतदाता लगभग 405,105 हैं। एसटी मतदाताओं की संख्या लगभग 262,868 है। यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 72,124 है। ग्रामीण मतदाताओं की संख्या लगभग 1,490,787 है। शहरी मतदाता लगभग 309,680 हैं।