आगामी लोकसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे राजनीति में कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी को पार्टी महासचिव बनाते हुए उन्हें उत्तर प्रदेश पूर्व की कमान सौंपी गई। प्रियंका गांधी के साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी महासचिव बनाया गया और उन्हें पश्चिम यूपी की कमान सौंपी गई। इसके बाद अब ज्योतिरादित्य की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया भी चुनावी मैदान में उतर गई हैं। वे मध्य प्रदेश के गुना में 9 दिवसीय जनसंपर्क अभियान चला रही हैं। कई राजनीतिक विश्लेषक इसे प्रियंका गांधी की सक्रिय राजनीति में एंट्री का असर भी मान रहे हैं।
प्रियदर्शिनी सिंधिंया ने सोमवार से गुना में नौ-दिवसीय चुनावी अभियान की शुरूआत की। मध्य प्रदेश के गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से उनके पति ज्योतिरादित्य वर्तमान सांसद हैं। संभावना जताई जा रही है कि ज्योतिरादित्य के चुनाव न लड़ने की स्थिति में कांग्रेस प्रियदर्शिनी को यहां से मैदान में उतार सकती है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा पूर्व में ऐसी मांग भी की गई है।
चुनाव लड़ने की चर्चा और संभावना के बीच प्रियदर्शिनी का 9 दिवसीय दौरा शुरू हो चुका है। पहले दिन उन्होंने शिवपुरी में महिलाओं से संवाद व बातचीत की। इस दौरान महिलाओं ने उनसे चुनाव लड़ने की अपील की। वे यहां स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स भी पहुंची और बच्चों के साथ टेबल टेनिस खेला। अपने दौरे के क्रम में वे प्रखंड स्तर की महिला कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात करेंगी।
प्रियदर्शिनी ने महिलाओं से संवाद के दौरान कहा, “महाराज (ज्योतिरादित्य) आपके हैं और आपके ही रहेंगे। एक उम्मीदवार के तौर पर उन्हें कोई बदल नहीं सकता है। वे आपके लिए कई वर्षों से काम कर रहे हैं। उनके पास काफी उर्जा है और वे ग्वालियर तथा गुना दोनों जगह से प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।”
तमाम चर्चाओं और संभावनाओं के बीच यह कहा जाने लगा है कि ज्योतिरादित्य 2019 के चुनाव से अपनी पत्नी को सक्रिय राजनीति में उतार सकते हैं और खुद ग्वालियर का रूख कर सकते हैं। यहां यह भी बता दें कि गुना संसदीय क्षेत्र कांग्रेस का पारंपरिक क्षेत्र है। यहां से ज्योतिरादित्य के पिता माधव राव सिंधिया और उनकी दादी विजया राजे सिंधिया भी प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।