मध्यप्रदेश की झाबुआ विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के उम्मीदवार भानू भूरिया को 27,800 से अधिक मतों से हराया। कांग्रेस ने यह सीट भाजपा से छीनी है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने हार स्वीकार की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करते हुए जीत हासिल की है। बता दें कि इस सीट पर कांग्रेस की साख दांव पर लगी थी। बीजेपी नेताओं की तीखी बयानबाजी की वजह से यह हॉट सीट बन गई थी। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि अगर जनता झाबुआ सीट पर जीत दिला देती है तो वह प्रदेश का सीएम बदल देंगे। ऐसे में सीएम कमलनाथ की प्रतिष्ठा भी इस सीट से जुड़ गई थी।
ये प्रत्याशी थे मैदान में: बता दें कि झाबुआ विधानसभा सीट पर 5 प्रत्याशियों ने किस्मत आजमाई। कांग्रेस ने यहां कांतिलाल भूरिया पर दांव खेला तो बीजेपी ने भानू भूरिया को मैदान में उतारा था। इसके अलावा 3 निर्दलीय प्रत्याशियों ने ताल ठोंकी थी, जिनमें कल्याणव सिंह डामोर, नीलेश डामोर और रामेश्वर सिंगार शामिल हैं।
मध्य प्रदेश की झाबुआ विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है। दरअसल, लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान पार्टी को सभी सीटों पर बीजेपी के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में इस सीट पर जीत कांग्रेस को मनोवैज्ञानिक फायदा दे सकती है।