लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। उस स्थिति के बीच आज शनिवार को एक अहम बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इंडिया गठबंधन आगे की रणनीति पर मंथन करने जा रही है। इस बैठक में अरविंद केजरीवाल से लेकर दूसरे प्रमुख नेता हिस्सा लेने वाले हैं। लेकिन बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन इसमें हिस्सा नहीं लेने वाले हैं।
बैठक में क्या होने वाला है?
बताया जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर आज शाम को यह अहम बैठक होने वाली है। उस बैठक में चुनावी नतीजों से पहले अहम चर्चा की जाएगी। उस चर्चा में हर पहलू पर मंथन होगा- अगर सरकार बनी तो क्या करना है, अगर बहुमत से दूर रह गए तो क्या होगा, अगर किसी को बहुमत नहीं मिला, उस स्थिति क्या करना होगा, ऐसे तमाम सवालों के बीच यह बैठक होने जा रही है।
केजरीवाल का होना जरूरी क्यों?
इस बैठक को आज 1 जून को बुलाने का एक बड़ा कारण यह कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कल यानी कि 2 जून को वापस जेल जाने वाले हैं। कथित शराब घोटाले में उनकी जमानत खत्म हो चुकी है, ऐसे में उन्हें वापस जेल जाना पड़ेगा। अब इस इंडिया गठबंधन में केजरीवाल की भी सक्रिय भूमिका रही है, इसी वजह से उनके साथ एक मीटिगं करना जरूरी था।
इंडिया गठबंधन का सफर
जानकारी के लिए बता दें कि लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए यह इंडिया गठबंधन बनाया गया था। कई ऐसे दल साथ में आए जो पहले एक दूसरे के धुर विरोधी बताए जाते थे। इसका सबसे बड़ा उदाहरण दिल्ली में देखने को मिला जहां पर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया। उससे भी बड़ी बात यह रही कि कांग्रेस ने पंजाब में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने से मना कर दिया। ऐसे में एक राज्य में साथी तो दूसरे में विरोधी के रूप में यह दोनों दल सामने आए।
इंडिया का एग्जिट पोल
इसी तरह केरल में कांग्रेस और लेफ्ट हमेशा से एक दूसरे के खिलाफ रहे हैं, लेकिन दूसरे राज्यों में इनके बीच में आपसी सहमति दिखाई दी। केरल में जरूर दोनों आज भी अलग-अलग ही चुनाव लड़े हैं। इस बार इंडिया गठबंधन दावा कर रहा है कि तमाम चुनौतियों के बावजूद भी वे सरकार बनाने जा रहे हैं, 300 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा भी कर दिया गया है। दूसरी तरफ एनडीए को लेकर इंडिया के सभी नेताओं का अपना अलग एग्जिट पोल पहले से तैयार है।