हैदराबाद लोकसभा की गलियों में इस बार हर बार के चुनाव से कुछ अलग शोर सुनाई दे रहा है। यहां 13 मई को चौथे चरण के दौरान मतदान होगा। मौजूदा सांसद और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी शहर की गलियों में घूम-घूम कर लोगों के पास पहुंच रहे हैं। वहीं हैदराबाद के गौलीपुरा की गलियों में भगवा झंडे लहरा रहे हैं। जहां भाजपा प्रत्याशी कोम्पेला माधवी लता को एक खुली छत गाड़ी से भाषण देते हुए सुना जा सकता है।

हैदराबाद के अमन को मजबूत करने की अपील

एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी यहां प्रचार करते हुए भाषण देते सुने जा सकते हैं। जिसमें वह कहते हैं, “हैदराबाद के अमन को मज़बूत करिए, ये आपके बुज़ुर्गों की कुर्बानियों का नतीजा है। पतंग के निशान पर वोट डालिए, एक एक वोट का इस्तमाल करिए।” असदुद्दीन ओवैसी घर-घर जाकर लोगों को सामने यह बात दोहराते सुने जा सकते हैं।

ओवैसी पर माधवी लता के जवाब हमले

सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर केवल एक समुदाय के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए माधवी लता कहती हैं कि असदुद्दीन ओवैसी को जनता ने कई मौके दिए हैं। इस बार बदलाव की बारी है।

हैदराबाद सीट पर असदुद्दीन ओवैसी का दबदबा

हैदराबाद लोकसभा सीट पर असदुद्दीन ओवैसी के परिवार का लगभग पूरा कब्ज़ा रहा है। 1984 से एआईएमआईएम ने यह सीट जीती है, जब उनके पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी पहली बार यहां से सांसद बने थे, वह पांच बार यहां से सांसद रहे। 2004 में ओवैसी यहां के सांसद बने और तब से लगातार वही सांसद हैं। उनका वोट शेयर भी कभी यहां गिरा नहीं है। यहां की सात विधानसभा क्षेत्रों में से एआईएमआईएम पिछले तीन विधानसभा चुनावों में छह जीतती रही है। पिछले साल के विधानसभा चुनावों में भी उसने गोशामहल को छोड़कर सभी सीटें एआईएमआईएम ने जीतीं थी।

क्या माधवी लता दे पाएंगी ओवैसी को टक्कर

इस बार असदुद्दीन ओवैसी के सामने चुनाव लड़ रहीं बीजेपी उम्मीदवार माधवी लता की बड़ी चर्चा है। वह अपनी रैलियों और भाषणों के जरिए आम लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। यह कहते हुए कि भाजपा इतिहास रचने जा रही है, माधवी लता ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ओवेसी परेशान हैं और उन्हें सीट जाने का डर है। वह यह भी दावा करती हैं कि मतदाता हैदराबाद लोकसभा के मतदाता काफी उत्साहित है।

कांग्रेस भी मैदान में

कांग्रेस उम्मीदवार हैदराबाद जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) के अध्यक्ष मोहम्मद समीर वलीउल्लाह हैं। उनका तर्क है कि एआईएमआईएम और भाजपा दोनों सांप्रदायिक राजनीति खेल रहे हैं। वह कहते हैं कि अगर कांग्रेस इस सीट से आई तो क्षेत्र का विकास होगा, जो अभी तक नहीं हुआ है।

Report : Rahul V Pisharody