गोवा समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। बता दें कि गोवा में विधानसभा की 40 सीटें हैं। यहां एक ही चरण में 10 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। जिसके नतीजे 10 मार्च को आएंगे। गौरतलब है कि यहां की सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य प्रदेश में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों में 40 में से 38 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है।
इसको लेकर शुक्रवार को पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने जानकारी दी कि 40 में से 38 सीटों पर पार्टी उम्मीदवार उतारेगी। लेकिन दो विधानसभा क्षेत्रों जिनमें बेनालिम और नुवेम में पार्टी अपने चुनाव चिन्ह पर कोई प्रत्याशी नहीं उतारेगी। इन दोनों विधानसभा में लोग परंपरागत रूप से गैर-भाजपाई उम्मीदवारों के लिये मतदान करते हैं। यहां ईसाई आबादी अधिक है।
16 जनवरी के बाद घोषणा: पदाधिकारी ने कहा, “संसदीय बोर्ड की मंजूरी के बाद प्रत्याशियों की औपचारिक घोषणा 16 जनवरी के बाद की जाएगी।” उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों के नामों पर अपनी अंतिम मुहर लगाने के लिए भाजपा अपनी कोर समिति की बैठकें कर रही है। जिसकी अध्यक्षता गोवा चुनावों के लिए पार्टी के प्रभारी और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कर रहे हैं। इसके अलावा भाजपा की गोवा इकाई के अध्यक्ष सदानंद शेत तानावड़े, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत सहित अन्य लोग भी शामिल हुए।
अभी है भाजपा का सत्ता पर कब्जा: बता दें कि मौजूदा हालात में भाजपा गोवा में अपने 23 विधायकों के साथ सत्ता में हैं। इसमें एक निर्दलीय का भी उसे समर्थन हासिल है। मालूम हो कि चार विधायकों माइकल लोबो, अलीना सल्दान्हा, कार्लोस अल्मेडा और प्रवीण जांटे ने पार्टी और विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। भाजपा और कांग्रेस के अलावा, टीएमसी और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) सहित कई अन्य दल 14 फरवरी को होने वाले गोवा विधानसभा चुनावों में अपने उम्मीदवार उतारेंगे।
जनसंख्या: गोवा की आबादी पर नजर डालें तो साल 2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक, गोवा एक हिंदू बहुल राज्य है। करीब 66.08 प्रतिशत हिंदू (963,877 लाख) गोवा में हैं। गोवा के दोनों जिलों (नॉर्थ गोवा और साउथ गोवा) में हिंदू बहुल आबादी है। गोवा की कुल आबादी 15 लाख है। जिसमें 8.33 प्रतिशत आबादी मुस्लिमों (1.22 लाख) की है। हिंदुओं के बाद गोवा में सबसे ज्यादा संख्या ईसाइयों की है।