गोवा विधानसभा चुनावों में शनिवार को 83 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया। इस चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा का तगड़ा मुकाबला कांग्रेस, आप और एमजीपी, शिवसेना व जीएसएम के गठबंधन से है। चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, शाम पांच बजे के बाद भी राज्य में कई मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारों को देखते हुए मतदान का प्रतिशत बढ़ सकता है। खनन पट्टी संखलिम, बिचोलिम और चर्चोरेम में भारी मतदान देखा गया। उन्होंने कहा कि 40 विधानसभा सीटों के लिए यह चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से हुआ और इस तटीय राज्य में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की रिपोर्ट नहीं आई। हालांकि कुछ इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में खराबी और एक मतदान केन्द्र में मतदान निरस्त किए जाने की रिपोर्ट है।

पणजी शहर में एक मतदान केन्द्र के बाहर 78 वर्षीय एक महिला की मृत्यु हो गई। लेसिले सलदान्हा मतदान केन्द्र के बाहर अपनी बारी आने का इंतजार कर रही थीं और अचानक गिर पड़ीं और उनकी मृत्यु हो गई। विभिन्न मतदान केन्द्रों से चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 11.10 लाख मतदाताओं में से 83 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकारों का प्रयोग किया। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनावों में 83 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, केन्द्रीय मंत्री श्रीपद नाईक और मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत परसेकर ने शुरच्च्आत में ही मतदान किया। इस चुनाव में कुल 250 उम्मीदवार खड़े हैं जिसमें कई निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल हैं। यह चुनाव गोवा के पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों- चर्चिल एलेमाओ, प्रतापसिंह राणे, रवि नाईक, दिगंबर कामत और लुइजिन्हो फलेरियो एवं मौजूदा मुख्यमंत्री परसेकर के भाग्य का फैसला करेगा। भाजपा ने 36 उम्मीदवार खड़े किए हैं, जबकि कांग्रेस ने 37 और आप ने 39 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।

वर्ष 2012 में चुनाव पूर्व गठबंधन करने वाली भाजपा इस बार अकेले चुनाव लड़ रही है क्योंकि उसकी सहयोगी रही एमजीपी ने आरएसएस के बागी नेता सुभाष वेलिंगकर द्वारा स्थापित गोवा सुरक्षा मंच और शिवसेना के साथ एक मोर्चा बना लिया है। इन चुनावों में डाले गए मतों की गणना 11 मार्च को होगी।