रिश्वत लेने की गोवा में कथित टिप्पणी करने को लेकर रक्षा मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोहर पर्रीकर को चुनाव आयोग ने बुधवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया। दरअसल, आयोग ने उनकी टिप्पणी को पहली नजर में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन पाया है। गोवा फारवर्ड पार्टी और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की ओर से दर्ज कराई गई शिकायतों पर जवाब देते हुए और स्थानीय चुनाव अधिकारियों की रिपोर्ट पर गौर करने के बाद चुनाव आयोग ने पर्रिकर से अपना जवाब शुक्रवार दोपहर तक दाखिल करने को कहा।
इसने कहा कि ऐसा करने में नाकाम रहने पर यह उन्हें बताए बगैर कोई फैसला करेगा। आयोग ने रक्षा मंत्री के गोवा के चिम्बल में 29 जनवरी को मतदाताओं के समक्ष की गई टिप्पणी का हवाला देते हुए यह कहा। गौरतलब है कि उन्होंने कहा था कि यदि कोई 500 रुपए के नोट के साथ घूमता है तो कोई दिक्कत नहीं है, बस वोट कमल (भाजपा के चुनाव निशान) को दीजिए। आयोग ने गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री को चुनाव के लिए आचार संहिता के प्रावधानों की याद दिलाते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी रिश्वत के लिए उकसाने का चुनावी अपराध है। पंजाब के साथ गोवा में भी चार फरवरी को चुनाव होने जा रहा है।
