गोवा विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं देने से नाराज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता लक्ष्मीकांत पारसेकर ने शनिवार को कहा कि वह भाजपा से इस्तीफा दे देंगे। पारसेकर 2014 से 2017 के बीच गोवा के मुख्यमंत्री थे। उन्हें मनोहर पर्रिकर को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के बाद राज्य का मुख्यमंत्री चुना गया था।
लक्ष्मीकांत पारसेकर ने कहा कि वह पार्टी में नहीं रहना चाहते हैं और आज शाम तक अपना त्यागपत्र औपचारिक रूप से सौंप देंगे। पारसेकर फिलहाल आगामी गोवा चुनाव के लिए भाजपा की घोषणापत्र समिति के प्रमुख हैं और पार्टी को कोर समिति के भी सदस्य हैं।
भाजपा ने मांद्रेम विधानसभा सीट के लिए मौजूदा विधायक दयानंद सोपते को टिकट दिया है। पारसेकर ने 2002 से 2017 के बीच इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था। दयानंद सोपते ने 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर पारसेकर को हराया था लेकिन 2019 में नौ अन्य नेताओं के साथ सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल हो गए थे।
पारसेकर ने कहा कि फिलहाल,मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। मैं आगे क्या करूंगा, इसका फैसला बाद में करूंगा। लेकिन वे आज शाम तक इस्तीफा सौंप देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि मौजूदा विधायक मांद्रेम में मूल भाजपा कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर रहे हैं जिससे उनके भीतर व्यापक असंतोष है।
भाजपा ने 14 फरवरी के गोवा विधानसभा चुनाव के लिए 34 प्रत्याशियों की पहली सूची की घोषणा कर दी है। राज्य में विधानसभा की 40 सीट हैं। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत सांकेलिम क्षेत्र और उपमुख्यमंत्री मनोहर अजगांवकर मडगांव से उम्मीदवार बनाया गया है।
बता दें कि शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने भी टिकट नहीं मिलने के कारण भाजपा से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने ऐलान किया कि वे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ेंगे। वे पणजी विधानसभा क्षेत्र से टिकट चाह रहे थे लेकिन भाजपा ने मौजूदा विधायक अतानासियो मॉन्सरेट को टिकट दिया। (भाषा इनपुट्स के साथ)