Lok Sabha Election 2019 की जंग धीरे-धीरे तेज होती जा रही है, इसी बीच चुनाव आयोग ने देश के राजनीतिक दलों के अहम जानकारी दी है। आयोग के मुताबिक सियासी दलों के लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक देश में कुल 2293 पार्टियां पंजीकृत हैं। हालांकि इनमें से केवल सात मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय पार्टियां और 59 मान्यता प्राप्त प्रादेशिक पार्टियां हैं। इस साल भी सिर्फ फरवरी और मार्च के बीच ही 149 राजनीतिक दलों ने आयोग में अपना पंजीकरण करवाया है। चुनावी तारीखों के ऐलान से एक दिन पहले तक पंजीकरण का सिलसिला चलता रहा। कई पार्टियों के नाम तो ऐसे हैं जिन्हें सुनकर आप भी कन्फ्यूज हो जाएंगे।
सबसे बड़ी पार्टी: यह नाम सुनकर आपके दिमाग में भी भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस या किसी अन्य बड़े दल का नाम आ रहा होगा, दरअसल ‘सबसे बड़ी पार्टी’ यह एक पार्टी का ही नाम है। इनके अलावा ‘भरोसा पार्टी’, ‘राष्ट्रीय साफ नीति पार्टी’ और ‘सबसे बड़ी पार्टी’ जैसे नाम भी शामिल हैं। इनके अलावा बहुजन आजाद पार्टी, न्यू जनरेशन पीपुल्स पार्टी, सामूहिक एकता पार्टी आदि भी शामिल हैं।
कई राजनीतिक दल पंजीकृत तो हैं लेकिन मान्यताप्राप्त नहीं है। ऐसी पार्टियों का अपना कोई नियत विशिष्ट चुनाव चिह्न नहीं होता है जिस पर ये चुनाव लड़ सकें। ये दल चुनाव आयोगी की तरफ से जारी किए जाने वाले मुक्त चुनाव चिह्नों पर मैदान में उतरते हैं। कई बार एक से ज्यादा उम्मीदवार होने पर इन्हें हर जगह अलग-अलग चिह्न भी दिया जाता है। ताजा जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग ने ऐसे 84 चुनाव चिह्न हैं। पिछले साल नवंबर-दिसंबर के दौरान मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, मिजोरम और छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनावों से पहले भी 58 राजनीतिक पार्टियों ने अपना पंजीकरण कराया था।

