प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के संसदीय क्षेत्र उत्तर-पूर्वी दिल्ली में निगम चुनाव को लेकर स्थिति साफ नहीं दिख रही है। कांग्रेस अजय माकन और स्थानीय नेताओं के सहारे तो भाजपा पूरे दमखम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के नवनियुक्त मुख्यमंत्री के नाम पर वोट बटोरने की फिराक में है। वहीं आप के पास अरविंद केजरीवाल के तीन साल के कार्यकाल के अलावा और कोई उपलब्धि नहीं है। छोटे दलों के उम्मीदवार यहां ज्यादा असर नहीं डालते दिख रहे हैं। रोड शो और कार्नर बैठक के बाद सभी दलों के उम्मीदवार प्रचार के अंतिम चरण में अपने आला नेताओं को उतारने की तैयारी में है ताकि चुनाव को अपनी ओर मोड़ा जा सके।
मुख्यमंत्रियों के नाम पर उम्मीदवार मांग रहे वोट
उत्तर-पूर्वी लोकसभा क्षेत्र के कुछ वार्ड जहां अल्पसंख्यक बहुल हैं तो वहीं कुछ वार्ड पूरी तरह से पूर्वांचल बहुल भी। सीमावर्ती इलाका होने के कारण यहां के लोगों का उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से पुराना नाता रहा है, इसलिए भाजपा उम्मीदवार अपने नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम पर वोट मांग रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी इलाकों में रोल मॉडल तो बने ही हुए हैं। कांग्रेस ने प्रचार का रास्ता अभी इलाके के नेताओं पर केंद्रित कर रखा है। प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन, जयप्रकाश अग्रवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, पूर्व विधायक मतीन अहमद और विपिन शर्मा के साथ कुछ स्थानीय नेताओं के सहारे ही प्रचार चल रहा है। पार्टी के आला नेताओं को अंतिम चरण में झोंकने की तैयारी हो रही है। भाजपा ने मनोज तिवारी से लेकर पूर्व सांसद लाल बिहारी तिवारी, उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा तक को प्रचार में उतारा है। यहां भी पार्टी के आला नेता अंतिम चरण में ही आएंगे। आप के विधायक व मंत्री कपिल मिश्र व गोपाल राय सरीखे नेताओं ने भी यहां सभाएं की हैं। वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के भी आने की संभावना है।
पूर्वांचल के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश
रोहताशनगर के करावलनगर वार्ड नंबर-39 ई सामान्य से कांग्रेस के सुशील तिवारी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक रहे रामबाबू शर्मा के नाम पर चुनाव लड़ रहे हैं। सुशील लंबे समय से रामबाबू के साथ रहे हैं, लिहाजा इलाके में लोग उन्हें अच्छी तरह से जानते हैं। सुशील इलाके में रोड शो व कार्नर बैठक कर यह साबित करने में लगे हुए हैं कि जिस तरह रामबाबू ने सालों क्षेत्र की सेवा की है वैसे वे भी करेंगे और किसी को शिकायत का मौका नहीं देंगे। इसी तरह सीलमपुर, चौहान बांगर, गौतमपुरी व मौजपुर में मतीन अहमद प्रचार का जिम्मा संभाले हुए हैं। मतीन पूर्व विधायक के साथ हज कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं। आप की लहर में हारने के बाद भी इलाके में उनकी पैठ बनी हुई है, लिहाजा स्थानीय लोग उनके नाम पर प्रचार का जिम्मा संभाले हुए है। यहां कई इलाकों में 70 फीसद तक हिंदू तो कहीं 55 फीसद तक मुसलिम मतदाता हैं। पूर्वांचल और उत्तरांचल के वोटरों को लुभाने में कांग्रेस और भाजपा दोनों समान रूप से लगे हुए हैं। इस क्षेत्र के भजनपुरा, यमुना विहार, घोंडा, ब्रह्मपुरी, बाबरपुर, सुभाष मोहल्ला व जनता कालोनी में आरडब्लूए भी नुक्कड़ सभा करके देर रात तक लोगों को लुभाने का काम कर रहे हैं। इसके अलावा उम्मीदवार प्रचार के लिए घर-घर भी जा रहे हैं।

