Delhi Election 2020: दिल्ली में वरिष्ठ मतदाताओं के लिए विशेष इंतजामों के साथ शुरू हुए मतदान पर मौसम भी मेहरबान रहा। सुबह सर्दी की वजह से मतदान की शुरुआत तो धीमी हुई लेकिन दिन चढ़ने व धूप खिलने के साथ गुलाबी ठंडक के बीच मतदान ने रफ्तार पकड़ी तो दिन भर मतदान केंद्रों पर लोगों का तांता लगा रहा। बुजुर्गों क ो घरों से लाने व वापस छोड़ने की सुविधा के साथ मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में व्हीलचेयर व स्वयंसेवकों की तैनाती रही। चलने में दिक्कत होने पर कुछ बुजुर्गों को घरों से ही मतदान की सुविधा दी गई थी।
कुल 132 मतदाता ऐसे रहे जिनकी उम्र 100 साल से अधिक है। उनके लिए अति विशिष्ट मतदाता जैसा इंतजाम किया गया था। इनमें कई बुजुर्गों क ा चुनाव आयोग के अधिकारियों ने फूल देकर उनका सम्मान किया। सर्वाधिक बुजुर्ग के तौर पर चितरंजन पार्क निवासी 110 साल की कालूतारा का चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उनके घर पहुंच कर फूलों के साथ अभिवादन किया। हालांकि उन्होंने डाक के जरिए घर से ही मतदान का विकल्प चुना था। दिल्ली में सर्वाधिक बुजुर्ग 132 लोगों में 68 पुरुष व 64 महिलाएं हैं।
मयूर विहार पाकेट फोर के विद्यालय में बने मदतान केंद्र पर वोट डालने आए बुजुर्ग प्रणव ने बताया कि वह सरकारी नौकरी से रिटायर हुए हैं। वे चुनाव आयोग की ओर से पीठासीन अधिकारी के तौर पर नियुक्त होकर मतदान करा भी चुके हैं। वे मतदान की अहमियत को जानते हैं इसलिए हर बार आकर वोट जरूर डालते हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों के लिए चुनाव आयोग की ओर से किए इंतजाम देख कर अच्छा लगा लेकिन बुजुर्गों को यहां आकर लाइन में लगना पड़ रहा है बूथ के बाहर कहीं नहीं लिखा है कि वे सीधे अलग से जाकर वोट डाल सकते हैं। यहीं वोट डालने आई बुजुर्ग संतोष ने बताया कि वह उन दिनों गुरुग्राम में अपने बेटे के पास रहती हैं लेकिन वे वोट डालने यहां आई हैं। यहां की स्कूल प्राचार्य घर से एक बुजुर्ग मतदाता को लेने गई हुई थीं।
मयूर विहार पाकेट दो में बने स्कूल में कई व्हीलचेयर के साथ कई स्वयंसेवक भी बुजुर्गों को बूथ के अदंर लाने व वोट डलवा कर बाहर ले जाने में लगे हुए थे। इन स्वयंसेवकों में स्कूली बच्चे भी शामिल थे। इन्हीं में शामिल एक स्कूली छात्रा ने बताया कि सुबह से काफी अधिक बुजुर्ग आ चुके हैं। लेकिन जो बुजुर्ग खुद चलकर अंदर तक पहुंचे रहे थे उनकों पुलिस वाले भी यह नहीं बता रहे थे कि वे लाइन में न लगे सीधे अंदर चले जाएं।
बुजुर्ग और शारीरिक रूप से विशेष मतदाताओं को घर से ही मतदान करने, ब्रेल लिपि वाले मतदाता पहचान पत्र जारी करने और मतदाताओं के लिए घर से ‘लाने और छोड़कर आने की’ सुविधा होने के बावजूद कई बुजुर्गों ने बताया कि वे किसी न किसी कारण से इन सुविधाओं का इस चुनाव में लाभ नहीं ले पाए।
दिल्ली की मतदाता सूची के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में सौ साल से अधिक उम्र वाले मतदाताओं की संख्या लगभग 150 थी लेकिन सूची बनने के बाद मौके पर जाकर पता करने पर मालूम चला कि इनमें से केवल 132 बुजुर्ग ही अब इस दुनिया में हैं। इसके बाद आयोग ने संशोधित सूची तैयार की। चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 80 साल से अधिक उम्र वाले मतदाताओं को डाक मतपत्र के जरिए घर से ही मतदान की सुविधा मुहैया कराई है।
बुजुर्गों ने मतदान में जनता की भागीदारी को बढ़ाने में चुनाव आयोग की ओर से किए गए प्रयासों की सराहना की। लेकिन नेताओं की ओर से चुनाव जीतने के लिए तमाम हथकंडे अपनाने की उनकी प्रवृत्ति व आज के चलन पर निराशा भी जताई। दिल्ली में शनिवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री नीचे गिरकर सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

