पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चक्रवात फोनी के राज्य की ओर बढ़ने पर शुक्रवार को होने वाली अपनी रैलियां रद्द कर दी और लोगों को अफवाहें ना फैलाने तथा घरों के भीतर रहने की सलाह दी है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम पूरी तरह अलर्ट हैं और स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं।’’ स्थिति पर नजर रखने के लिए पश्चिम मिदनापुर जिले के खड़गपुर में रह रही बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं आम जनता से इन दो दिनों में जितना संभव हो सकें उतना बाहरी गतिविधियों से दूर रहने की कोशिश करने की अपील करती हूं। अगर आपको बाहर भी जाना पड़ा तो बिजली के खंभों और नंगे तारों पर नजर रखें। तूफान के दौरान केबल टेलीविजन लाइनें और गैस सिंिलडर बंद कर दें।’’ राज्य सरकार ने अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए अलर्ट जारी किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं लोगों से नहीं घबराने और किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं देने को कह रही हूं। घबराए नहीं, शांत रहें। नजदीक के राहत शिविरों में शरण लें। प्रशासन अलर्ट है और समय-समय पर स्थिति की निगरानी कर रहा है।’’ बनर्जी ने कहा कि शहर के महापौर फिरहाद हाकिम कोलकाता नगर निगम मुख्यालय के नियंत्रण कक्ष से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि महापौर आपदा प्रबंधन टीम के साथ भी समन्वय करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘जिलों के लिए सभी प्रबंध कर लिए गए हैं। राहत सामग्री जिलों में भेज दी गई है। हमने स्थिति पर नजर रखने के लिए राज्य सचिवालय में चौबीसों घंटे एक निगरानी प्रकोष्ठ खोला है। मैं जर्जर मकानों में रह रह लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने का अनुरोध करती हूं।’’ राज्य सरकार ने पूर्व और पश्चिम मिदनापुर, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, हुगली, झारग्राम और कोलकाता तथा सुंदरबन जिलों के लिए किसी भी अप्रिय घटना से बचने के वास्ते सभी एहतियाती कदम उठाए हैं। पूर्व मिदनापुर में दीघा, दक्षिण 24 परगना में काकद्वीप और धमाखाली, उत्तर 24 परगना में बसीरहाट, पूर्व मिदनापुर में बसीरहाट और खड़गपुर और झारग्राम में संकरैल में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की छह टीमों को तैनात किया गया है।