लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने इस बार जमीन पर बड़े स्तर पर तैयारी शुरू की है। एक तरफ राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिए जमीनी मुद्दों को समझने की कोशिश हुई है, दूसरी तरफ से हर वर्ग से बातचीत कर कुछ बड़ी गारंटियां तैयार की गई हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस ने अब पांच और गारंटियों का ऐलान कर दिया है। राहुल गांधी ने खुद सोशल मीडिया पर उन गारंटियों का ऐलान किया है-
कांग्रेस की गारंटियां
- 1 स्वास्थ्य अधिकार: ‘स्वास्थ्य का अधिकार’ कानून बनाकर सभी के लिए मुफ्त जांच, दवा और इलाज।
2. श्रम सम्मान: राष्ट्रीय न्यूनतम वेतन ₹400 प्रति दिन, मनरेगा मज़दूर भी शामिल।
3. शहरी रोज़गार गारंटी कानून: शहरों में इंफ्रास्ट्रक्चर और क्लाइमेट चेंज पर फोकस से रोज़गार के नए अवसरों का सृजन।
4. सामाजिक सुरक्षा : असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए जीवन और दुर्घटना बीमा सहित सामाजिक सुरक्षा।
5.सुरक्षित रोज़गार: मोदी सरकार के श्रमिक-विरोधी कानून की समीक्षा, महत्वपूर्ण सरकारी कार्यों में कॉन्ट्रैक्ट पर काम बंद, निजी क्षेत्र के कॉन्ट्रैक्ट श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा।
इन गारंटियों का ऐलान करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत बनाने वालों को उनका हक़ दिलाकर कांग्रेस राष्ट्रनिर्माण की नींव मजबूत करेगी। आर्थिक रूप से सक्षम और सामाजिक सुरक्षा प्राप्त श्रमिक, उत्पादन में क्रांति और आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाएंगे। मज़बूत मज़दूर देश की ताकत बनेगा।
इससे पहले भी कांग्रेस की तरफ से कुछ गारंटियों का ऐलान किया गया है। इस बार मोदी की गारंटी बनाम कांग्रेस की गारंटी मुकाबला बनता दिख रहा है। दोनों तरफ से अलग-अलग वर्गों को ध्यान में रखते हुए कई तरह की गारंटियों का ऐलान किया जा रहा है। केंद्र में किसान हैं, मजदूर हैं, आम आदमी है और महिलाओं को भी रखा गया है। कांग्रेस का दावा है कि इस बार युवाओं का वोट भी बढ़ चढ़कर पार्टी को मिलने वाला है। इसका तर्क ये है कि राहुल गांधी ने रोजगार की गारंटी का ऐलान किा है। युवाओं को ज्यादा से ज्यादा नौकरियां देने की बात हुई है।