केवल चार माह में देश के विभिन्न राज्यों व दलों से 12 से अधिक बड़े चेहरे कांग्रेस पार्टी में आएं हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भले ही इस बार चार सौ पार के नारे के साथ चुनाव मैदान में है, लेकिन हकीकत यह भी है कि कांग्रेस पार्टी ने भाजपा समेत अन्य दलों में सेंध लगाने में कामयाबी पाई है।
कांग्रेस पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं में राजस्थान, हरियाणा, बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड समेत अन्य राज्यों के नेता शामिल हैं। बिहार से आने वाले बड़े नेताओं की संख्या अधिक है। इनमें इस समय सबसे अधिक चर्चित चेहरों में पप्पू यादव का नाम शामिल है। वे बिहार के बड़े नेताओं में से एक हैं और 1991, 1996, 1999, 2004 और 2014 में वे राजनीतिक के मैदान में अपनी महारथ दिखा चुके हैं।
हाल ही में वे कांग्रेस में शामिल हुए। हालांकि इनके कांग्रेस में आने के बाद भी विवादों का दौर जारी रहा है। जिस सीट से वे लड़ रहे हैं, वह बंटवारे में राजद के पास है। इसकी वजह से पप्पू यादव ने निर्दलीय उम्मीदवार का पर्चा दाखिल किया है। बिहार से ही एक बड़ा चेहरा अजय निषाद भी हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। ये सोहलवीं लोकसभा के सदस्य रहे हैं और मुजफ्फरपुर सीट से चुनाव मैदान में रहे हैं।
2014 2019 के चुनाव में भी अपनी जीत दर्ज करा चुके हैं। उनके पिता जय नारायण प्रसाद निषाद के पुत्र है। इसी प्रकार झारखंड के राम टहल चौधरी जो कि भाजपा के नामी नेता रहे हैं, अब कांग्रेस के पाले में है। 2014 में इन्होंने झारखंड में ही भाजपा की सीट से चुनाव लड़ा था।
लेकिन 2019 में भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज हो गए थे और पार्टी छोड़ दी थी। 2019 में निर्दलीय चुनाव लड़ा लेकिन इस बार कांग्रेस के साथ चुनाव मैदान में है। अमरोहा सीट से लोकसभा चुनाव जीतने वाले दानिश अली भी इस बार कांग्रेस के साथ हैं। ये पहले बसपा और जद (सेकु) से भी भाग्य आजमा चुके हैं।
कांग्रेस पार्टी राजस्थान, हरियाणा और जम्मू कश्मीर में भी कांग्रेस पार्टी इस बार सेंध लगाने में कामयाब रही है। राजस्थान के बड़े चेहरे में राहुल कस्वां शामिल हुए हैं, जो कि राजस्थान की सीट से लोकसभा उम्मीदवार रहे हैं। हाल ही में भाजपा ने इनका टिकट काट दिया था। इससे नाराज होकर कस्वां ने भाजपा छोड़ दी थी। इसी प्रकार हरियाणा के नेता बृजेंद्र सिंह भी मार्च में ही भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में आए थे।
वे आइएएस छोड़कर राजनीति में आए थे और 2019 का भी चुनाव जीते थे। इस चुनाव में सबसे अधिक मत प्राप्त करने वाले नेता थे। मंगलवार को उनके पिता चौधरी बीरेंद्र सिंह और मां भी कांग्रेस में लौट आए। इसके अतिरिक्त झारखंड के नेता जेपी पटेल, जम्मू कश्मीर के नेता लाल सिंह, ओड़ीशा से श्रीकांत जेना और मुनीष तवांग ऐसे बड़े नेताओं में शामिल हैं जो कांग्रेस में आ चुके हैं।