Chhattisgarh Vidhan Sabha Election Result 2018, Chhattisgarh Chunav Result 2018: छत्तीसगढ़ के चुनावी रुझानों में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिल गया। कुल 90 विधानसभा सीटों वाले सूबे के रुझान में शाम पांच बजे तक कांग्रेस 63 सीटों के साथ सबसे आगे चल रही थी, जबकि दूसरे नंबर पर 18 सीटों के साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) थी। वहीं, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जेसीसी) के खाते में नौ सीटें थीं।
वहीं, कांग्रेस की ओर से कौन मुख्यमंत्री पद का दावेदार होगा? इस बारे में पार्टी सूत्रों के हवाले से टीवी रिपोर्ट्स में बताया गया कि पार्टी में इस मसले पर दो नामों की चर्चा है, जिनमें भूपेश बघेल और टीएस देव सिंह शामिल हैं। बघेल राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, जबकि सिंह अंबिकापुर से इस बार चुनाव जीते हैं।
कहां देखें नतीजे: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजों का ताजा अपडेट Jansatta.com के चुनाव 2018 पेज पर देखें। इसके अलावा चुनाव आयोग की वेबसाइट https://eci.nic.in/ और छत्तीसगढ़ चुनाव आयोग की वेबसाइट https://ceochhattisgarh.nic.in/ पर भी परिणाम देख सकते हैं।
चुनाव नतीजे 2018 LIVE : राजस्थान | तेलंगाना | मध्य प्रदेश | मिजोरम चुनाव नतीजे
छत्तीसगढ़ में दो सीटों पर परिणाम जारी कर दिए गए हैं, जिसमें चित्रकोट सीट से कांग्रेस के दीपक बैज जीते हैं। वहीं, पहले चुनावी नतीजे में सीतापुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के अमरजीत सिंह ने जीत दर्ज की। दोपहर तीन बजे तक के रुझानों में कांग्रेस को 66, बीजेपी को 14, जेसीसी को आठ और अन्य को दो सीट मिलती दिखी। जगह-जगह कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक इसी को लेकर जश्न मनाते दिखे।
ताजा रुझानों को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल दोपहर साढ़े तीन बजे रायपुर स्थित पार्टी दफ्तर पहुंचे, जहां उन्होंने कहा- छत्तीसगढ़वासियों ने ये लड़ाई अपने हाथों में ले ली है। हम राहुल गांधी के शुक्रगुजार हैं, हम जनता के ये चुनाव लड़े हैं। हमें उम्मीद से अधिक सीटें मिली हैं। अब पार्टी हाईकमान सीएम चेहरे पर फैसला लेगा।
ताजा चुनावी रुझानों में अबहानपुर में कांग्रेस के धनेंद्र साहू, अहिवारा में कांग्रेस के गुरु रुद्र कुमार, अंबिकापुर में कांग्रेस के टीएस बाबा, अंतागढ़ में कांग्रेस के अनूप नाग और अरंग में कांग्रेस के डॉ.शिवकुमार दहरिया आगे हैं।
बीजेपी सांसद संजय काकड़े ने विस चुनाव नतीजों पर कहा है कि हमें पता है कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार जाएंगे। पर मप्र के रुझान चौंकाने वाले हैं। मुझे लगता है कि हम वह मुद्दे भूल गए, जो 2014 में मोदी जी ने उठाए थे। सिर्फ राम मंदिर, बड़ी प्रतिमाओं (गुजरात में सरदार पटेल और अयोध्या में प्रभु श्रीराम) और जगहों के नाम बदलने पर सिर्फ पूरा ध्यान दिया गया।
छत्तीसगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश (230 सीटें) में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर नजर आ रही है। रुझानों में कभी यहां दोनों पार्टियों को बराबर सीटें मिलती हैं, तो कुछ ही पलों में बीजेपी पीछे आंकड़ों के मामले में पीछे खिसक जाती है। फिलहाल बीजेपी 111 और कांग्रेस 108 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, राजस्थान (200 सीटें) में कांग्रेस 101 सीटों के साथ बढ़त लिए है, जबकि बीजेपी को 74 सीटें मिली है। रुझानों की मानें तो तेलंगाना (119 सीटें) में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सरकार बनती दिख रही है। वहां टीआरएस 86, कांग्रेस 22, बीजेपी तीन, अन्य दल आठ सीटों पर आगे चल रही है। मिजोरम (40 सीटें) में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) 25, कांग्रेस छह, बीजेपी एक और अन्य दल आठ सीटों पर आगे चल रहे हैं।
रायपुर में दोपहर को कांग्रेस दफ्तर के बाहर ढोल-नगाड़ों के साथ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और समर्थकों का उत्साह देखने को मिला।
बैकुंठपुर सीट पर भारतीय जनता पार्टी को थोड़ी मिली है, क्योंकि यहां उन्हीं के उम्मीदवार वोटों के मामले में आगे है। राजवाड़े को लगभग साढ़े 18 हजार वोट मिले हैं, जबकि दूसरे नंबर पर करीब साढ़े 15 हजार वोटों के साथ कांग्रेस के अंबिका सिंह देव हैं। वहीं, तीसरा पायदान जेसीसी के बिहारी लाल राजवाड़े के नाम रहा, जिन्हें 4819 वोट मिले।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, दोपहर तक सूबे की वीआईपी सीट माने जाने वाले राजनंदगांव से मौजूदा सीएम रमन सिंह आगे चल रहे थे। वह कांग्रेस की करुणा शुक्ला से करीब एक हजार वोट आगे थे, जो कि दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी हैं।
चुनावी रुझाने/नतीजों के बीच विधायकों की खरीद-फरोख्त से बचने के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सर्वेसर्वा और यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने विजयी उम्मीदवारों को दिल्ली फौरन दिल्ली आने के लिए निर्देश दिए हैं। सूत्रों ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि बसपा सुप्रीमो नहीं चाहती हैं कि उनकी पार्टी के जीते उम्मीदवारों के साथ किसी प्रकार की जोड़-तोड़ हो।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 80 सीटों पर तस्वीर साफ होती दिख रही है। कांग्रेस 57, बीजेपी 17, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एक और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ पांच सीटों पर बढ़त लिए हुए है। देखिए किस दल को कितना वोट प्रतिशत मिला। (फोटोःeci.nic.in)
पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पत्रकारों से आज सुबह कहा- लगातार आ रहे चुनावी रुझानों के बावजूद अभी भी कुछ स्पष्ट नहीं है। विजयी उम्मीदवारों और पार्टियों को शुभकामनाएं। लेकिन तेलंगाना में महागठबंधन बुरी तरह से विफल हो गया।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग में बीजेपी की महासचिव सरोज पांडे ने सुबह न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, "हम पहले चरण की मतगणना के पहले कुछ भी नहीं कह सकते हैं। हमें उम्मीद है कि सूबे में हम ही सरकार बनाएंगे। यहां हमारी कांग्रेस से कांटे की टक्कर है।"
भाजपा प्रत्याशी और मंत्री केदार कश्यप और महेश गागड़ा अपनी अपनी सीटों नारायणपुर और बीजापुर से पीछे चल रहे हैं। वहीं बिलासपुर से मंत्री अमर अग्रवाल आगे चल रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) दो सीटों मारवाही और कोटा से आगे चल रही है। इन सीटों पर अजीत जोगी और उनकी पत्नी रेणु जोगी प्रत्याशी हैं।
चुनावी नतीजों से ठीक एक रोज पहले अपने आवास पर साइक्लिंग करते नजर आए मौजूदा सीएम रमन सिंह। (एक्सप्रेस फोटोः रमन सिंह)
अब तक के चुनावी रुझानों पर यकीन करें तो बीजेपी को बड़ा नुकसान होता दिख रहा है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में उसके हाथ से सत्ता जाती दिख रही है। तीनों में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ती नजर आ रही है। वहीं, मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) और तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) बढ़त लिए हुए हैं।
2013 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा 90 में से 49 सीटें जीतकर सबसे आगे रही थी। वहीं कांग्रेस को 39, एक-एक सीट निर्दलीय और बसपा को मिली थी। इस बार राज्य में मायावती और अजीत जोगी की पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़ा है।
शुरुआती रुझान में वसुंधरा राजे के कई प्रमुख मंत्री पीछे चल रहे हैं जिनमें गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया भी शामिल हैं। पीछे चल रहे प्रमुख मंत्रियों में समाज कल्याण मंत्री अरूण चतुर्वेदी सिविल लाइंस सीट पर, चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ मालवीयनगर सीट पर, सिंचाई मंत्री डॉक्टर रामप्रताप हनुमानगढ़ सीट पर, कृषि मंत्री प्रभु लाल सैनी अंता सीट पर, गौपालन मंत्री ओटाराम देवासी सिरोही सीट पर, यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी निंबाहेड़ा सीट पर, यातायात मंत्री युनुस खान टोंक पर, सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक डेगाना सीट पर और गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया उदयपुर सीट पर पीछे चल रहे हैं।
रूझान ये बता रहे हैं कि छत्तीसगढ़ की जनता राज्य की सत्ता में बदलाव चाहती है। रूझान के मुताबिक कांग्रेस 60, भाजपा 23 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, अन्य 7 भी चुनावी रेस में आगे चल रहे हैं।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में मतगणना के दौरान जो रूझान सामने आ रहे हैं, उसके अनुसार कांग्रेस इस बार इतिहास रचने के करीब है। अभी तक कांग्रेस राज्य में सरकार नहीं बना पाई है। लेकिन इस बार कांग्रेस बहुमत के साथ राज्य की सत्ता पर काबिज हो सकती है। ताजा रूझान की बात करें तो कांग्रेस 60, भाजपा 24 और अन्य 6 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
रूझान के अनुसार, कांग्रेस को जनादेश मिलता दिख रहा है। कांग्रेस 56, भाजपा 58 और अन्य 6 सीटों पर आगे है।
कांग्रेस फिलहाल 50 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, वहीं भाजपा 30 सीटों पर सिमटती दिख रही है। 7 सीटें अन्य के खाते में जाती दिख रही है। यदि ये रूझान रिजल्ट में तब्दील हो जाते हैं, तो राज्य में पहली बार कांग्रेस की सरकार बनेगी।
ताजा रूझान के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बहुमत मिलती दिख रही है। 90 विधानसभा सीटों वाले राज्य में कांग्रेस 48, भाजपा 32 व अन्य 7 सीटों पर आगे है।
तीन बार से सत्ता पर काबिज भाजपा को इस बार जनता का साथ नहीं मिलता दिख रहा है। ताजा रूझान के मुताबिक, कांग्रेस 46, भाजपा 32 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, अन्य 7 भी चुनावी रेस में आगे चल रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा का यह चौथा चुनाव है। इससे पहले तीन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी जीत हासिल कर पिछले 15 वर्षों से सत्ता में कायम है। हालांकि, इस बार स्थिति बदलती नजर आ रही है। ताजा रूझानों की बात करें तो कांग्रेस भाजपा पर बढ़त बनाए हुए है। कांग्रेस 33, भाजपा 28 और अन्य 4 सीटों पर आगे है।
कांग्रेस भाजपा पर लगातार बढ़त बनाए हुए है। ताजा हालात की बात करें तो कांग्रेस के 30, भाजपा के 24 व अन्य 5 उम्मीदवार आगे चल रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला दिलचस्प होता जा रहा है। कभी कांग्रेस भाजपा के उपर बढ़त बना रही है तो कभी भाजपा कांग्रेस के उपर। ताजा रूझान के मुताबिक कांग्रेस 24 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं भाजपा 18 सीटों पर आगे है। दो अन्य भी चुनावी रेस में आगे चल रहे हैं।
भाजपा ने कांग्रेस पर बढ़त बना ली है। भाजपा जहां 18 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं कांग्रेस 16 सीटों पर आगे है। अन्य 2 भी चुनावी रेस में आगे चल रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में मुकाबला बराबरी का होता दिख रहा है। ताजा रूझान के अनुसार, कांग्रेस और भाजपा दोनों 10-10 सीटों पर आगे है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान की मतगणना शुरू हो चुकी है। भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। दोनों पार्टियां 4-4 सीटों पर आगे चल रही है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी कल 11 दिसम्बर को मतगणना के बाद पार्टी भारी बहुमत की सरकार बनाएगी। वहीं, कांग्रेस को भी उम्मीद है कि इस बार जनता उन्हें मौका देगी और वह सरकार बनाने में सफल रहेंगे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि जनता और खासकर किसान राज्य में पिछले 15 साल से रमन सिंह सरकार से त्रस्त है और इस बार जनता ने बदलाव के लिए मतदान किया है।
राज्य में भाजपा और कांग्रेस के मध्य ही मुकाबला होता आया है लेकिन इस बार के चुनाव में अजीत जोगी की पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन कर मुकाबला को त्रिकोणीय कर दिया है। कुछ सीटों में उनकी पार्टी का दखल होने के कारण मुकाबला रोचक हो गया है। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर कई समाचार चैनलों ने एग्जिट पोल कराया था। एग्जिट पोल के नतीजे मिले जुले रहे और लगभग सभी ने यहां कांटे की टक्कर की बात कही है। कुछ देर में मतगणना के बाद पूरी स्थिति साफ हो जाएगी।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा का यह चौथा चुनाव है। इससे पहले तीन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी जीत हासिल कर पिछले 15 वर्षों से सत्ता में कायम है। वहीं कांग्रेस को लगातार हार का सामना करना पड़ा है।
मंगलवार को मतगणना के साथ ही मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के 11 सदस्यों, विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद विक्रम उसेंडी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, विपक्ष के नेता टीएस सिंहदेव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस सांसद ताम्रध्वज साहू, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी समेत 1269 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम में डाले गये मतों की प्रत्येक चरण में 14 टेबल पर गणना होगी। सबसे अधिक कवर्धा विधानसभा क्षेत्र में 30 चरण में गिनती होगी एवं सबसे कम मनेन्द्रगढ़ विधानसभा में 11 चरणों में मतों की गिनती होगी। अधिकारियों ने बताया कि मतगणना में पारर्दिशता बनाए रखने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मतगणना केन्द्रों में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जहां प्रत्येक स्तर पर पहचान पत्र की जांच के उपरांत ही प्रवेश करने दिया जाएगा। मतगणना और सारणीकरण की समस्त प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी। मतगणना हॉल में प्रत्येक रिर्टिनंग ऑफिसर द्वारा सर्वप्रथम डाकमतपत्र की गिनती की जाएगी। डाकमतपत्र की गिनती प्रारंभ होने के 30 मिनट के बाद ईवीएम में दर्ज मतों की गिनती प्रारंभ की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को वाटों की गिनती होगी। इसके साथ ही राज्य में नई सरकार के गठन के लिए रास्ता साफ हो जाएगा। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 11 तारीख को सुबह आठ बजे से मतगणना होगी। मतगणना के लिए 5184 गणनाकर्मी और 1500 माइक्रोऑब्जर्वर नियुक्त किये गये हैं।