छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की हलचल तेज हो गई है। जहां एक तरफ कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अहम चेहरा दिखाई दे रहे हैं वहीं भाजपा (BJP) के खेमे में रमन सिंह का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। चर्चा यह भी है कि अगर राज्य में भाजपा सत्ता में आती है तो रमन सिंह मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं, हालांकि यह महज एक दावा है, पार्टी की ओर से इस तरह का बयान सामने नहीं आया है। इस आर्टिकल में हम बीजेपी नेता और छत्तीसगढ़ के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह के सियासी सफर के बारे में जानेंगे।
रमन सिंह : परिचय
भाजपा नेता रमन सिंह का नाम छत्तीसगढ़ की राजनीति में काफी चर्चित नाम रहा है। वह फिलहाल 2019 से भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं। रमन सिंह छत्तीसगढ़ के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री रहे हैं, वह 2003 में राज्य में हुए पहले विधानसभा चुनाव से लेकर 2018 तक इस पद पर बने रहे, 2018 में रमन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा को 90 सदस्यीय सदन में सिर्फ 15 सीटें मिलीं थीं और वह सत्ता से बेदखल हो गए थे।
71 वर्षीय रमन सिंह के पास बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) की डिग्री है। उन्होंने कॉलेज में अपना राजनीतिक करियर शुरू किया और 1983 में पार्षद के रूप में अपना पहला चुनाव जीता। 1999 में विधायक के रूप में दो कार्यकाल के बाद उन्होंने अपना पहला लोकसभा चुनाव जीता। 2003 में जब भाजपा ने उन्हें राज्य के पहले विधानसभा चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करने के लिए चुना तब वह केंद्रीय मंत्री थे। इसके बाद रमन सिंह केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और छत्तीसगढ़ की कमान संभाली।
एक बार फिर मैदान में हैं रमन सिंह
छह बार के विधायक रमन सिंह को अब राजनांदगांव से फिर से मैदान में उतारा गया है। रमन सिंह का मुकाबला कांग्रेस के गिरीश देवांगन से होगा, जो राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष हैं और हाल ही में ईडी ने उनके घर पर छापा मारा था।
किन पदों पर रहे रमन सिंह
रमन सिंह 2003 से 2018 तक 15 वर्ष तक छत्तीसगढ़ के दूसरे और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री रहे। 1999 से 2003 तक उदारतापूर्वक वाणिज्य और उद्योग में राज्य मंत्री रहे। 1999 से 2003 तक राजानंदगांव सेसोम सदस्य और 1990 से 1998 तक कवर्धा से मध्य प्रदेश विधान सभा के सदस्य रह रहे हैं।