छत्तीसगढ़ में इसी साल 12 और 20 नवंबर को दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे है। पहले चरण के चुनाव में अब सिर्फ एक हफ्ता ही रह गया है। इस बीच, इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्टर  दीपांकर घोष ने राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह से लंबी बातचीत की. इस दौरान उन्होंने अपने कार्यकाल, चुनाव की तैयारियों और विरोधियों को लेकर चर्चा की. नीचे पढें उनसे बातचीत का अहम अंश…

जोगी-मायावती को गंभीरता से ले रहे हैं रमन सिंह

रमन सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती और अजित जोगी की पार्टी में गठबंधन को गंभीरता से लेते हुए कहा, ”विधानसभा चुनावों में अजित जोगी और मायावती के गठबंधन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। ये गठबंधन करीब 30 विधानसभा सीटों पर असर डाल सकता है।” उन्होंने कहा कि हमने प्रदेश का चहुंमुखी विकास किया है इसी के चलते हम दोबारा सरकार बनाएंगे।

इस बार के विधानसभा चुनाव में ‘अजित जोगी फैक्टर’ पर जब उनसे सवाल पूछा गया, “कांग्रेस का आरोप है कि अजित जोगी बीजेपी के लिए काम कर रहे है, लेकिन अंततः वो खुद रेस में है, जबकि बीजेपी कह रही है कि जोगी कांग्रेस के ही वोट काटेंगे?”

इस सवाल के जवाब में सीएम रमन कहते हैं, “जोगी और मायावती साथ चुनाव लड़ रहे है, उन्हें आंख बंद कर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।” आगे कहा, “यह तीसरा मोर्चा है, बीएसपी के पास 4 से 5 प्रतिशत और जोगी के पास 2 से 3 प्रतिशत वोट बैंक है। अकेले देखने पर यह वोट बैंक बड़ा नहीं नजर आता लेकिन यदि गठबंधन द्वारा 5 से 6 प्रतिशत वोट भी एक तरफ जाता है तो यह चुनाव पर असर डालेगा। इसका असर करीब 30 विधानसभा सीटों में जरूर होगा।”

करप्शन के आरोपों पर दिया ये जवाब

सीएम रमन सिंह से जब कांग्रेस पार्टी द्वारा उनके बेटे पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”ये आरोप निराधार है अगर उनके पास तथ्य है तो वे कोर्ट जाये। पिछले 10-15 सालों से केवल आरोप लगाना ही कांग्रेस का काम रहा है, ये एक राजनैतिक मुद्दा बन गया है जिसे चुनावों के समय उठाया जाता है।”

अपने गृहक्षेत्र राजनांदगांव और बस्तर में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर सीएम रमन सिंह कहते है कि इस बार हम यहाँ अच्छा प्रदर्शन करेंगे और करीब 14 सीटों पर जीत का लक्ष्य है।

एंटी इंकम्बेंसी के सवाल पर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि, ये बात 2013 में भी कही गयी थी लेकिन तब राज्य की जनता ने हमारी सरकार द्वारा किए गए कामों को तरजीह देते हुए फिर से हमे सत्ता पर बैठा दिया था।

बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है, राज्य में इस बार तीसरे मोर्चे के तौर पर अजित जोगी और मायावती गठबंधन करके चुनाव में उतर चुके है। रमन सिंह कह चुके हैं कि अब राज्य में मुकबला द्विपक्षीय नहीं होगा। हालांकि, बीजेपी के नेताओं का मानना है कि इस गठबंधन से बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस को नुकसान होगा।

मुकाबला त्रिकोणीय होने की उम्मीद  

गौरतलब है कि पिछले तीन बार से रमन सिंह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री है और हर बार उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस से होता था लेकिन इस बार अजित जोगी और मायावती के साथ आने से चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय होने की उम्मीद की जा रही है। राज्य में दो चरणों में चुनाव होगा पहले चरण की शुरुवात 12 नवंबर को होगी जिसमें 18 सीटों पर वोट डाले जायेंगे और दूसरे चरण की शुरुवात 20 नवंबर को होगी जिसमे 72 सीटों पर वोट डाले जायेंगे। मतगणना 11 दिसंबर को होगी।