छत्तीसगढ़ में मतदान से ठीक पहले तक कई रोचक घटनाक्रम और अजीबोगरीब हंगामे देखने को मिले। अब कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी भी इस फेहरिस्त में शामिल हो गए हैं। दरसअल सोमवार को त्रिवेदी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को साथ लेकर चुनाव आयोग के कार्यालय पहुंच गए और वहां विरोध प्रदर्शन करते-करते भजन-कीर्तन भी करने लगे। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के ये दिग्गज सोशल मीडिया पर त्रिवेदी के नाम से कथित पत्र लिखने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
…ऐसे चला हाईवोल्टेज ड्रामा
कांग्रेस का कहना है कि त्रिवेदी के फर्जी लेटरपैड और दस्तखत के साथ एक पत्र वायरल हो रहा है जिसमें किसानों की कर्जमाफी पर कांग्रेस के घोषणा पत्र से ठीक उलट बातें लिखी थीं। यह पत्र बेहद तेजी से वायरल हो गया। इसके बाद कांग्रेस नेता अपनी शिकायत लेकर चुनाव आयोग के ऑफिस पहुंचे। कांग्रेस नेताओं ने यहां करीब तीन घंटे तक धरना दिया, नारेबाजी की। इस दौरान उन्होंने दफ्तर में ही बैठकर ‘रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीताराम’ गाने लगे।
मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी
कांग्रेस नेताओं के हंगामे की खबर मिलते ही रायपुर कलेक्टर एस बस्व राजू और एसएसपी अमरेश मिश्रा समेत कई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। बाद में कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद वे शांत हुए और मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचे।
वायरल हुए पत्र में लिखी ये बातें
– किसानों का केवल 20 हजार रुपए तक का कर्ज माफ किया जाएगा।
– खाद पर लिए कर्ज को माफ नहीं किया जाएगा।
– जिन किसानों के पास दो एकड़ से ज्यादा जमीन है उनका कर्ज माफ नहीं होगा।
हार रही भाजपा कर रही दुष्प्रचार
कांग्रेस नेता त्रिवेदी ने पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा हार रही है इसीलिए फेक न्यूज वायरल कर दुष्प्रचार करने में जुटी है। त्रिवेदी ने थानेदापर पर भी आरोप लगाया और कहा कि उन्हें एफआईआर की रिसीविंग नहीं दी जा रही थी। बाद में काफी जद्दोजहद के बाद उन्हें रिसीविंग मिल पाई। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा पहले भी कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के नाम से फर्जी पत्र जारी करवा चुकी है।