Chhattisgarh CM Oath Ceremony: भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री बन गए। सोमवार (17 दिसंबर) को शाम करीब साढ़े छह बजे रायपुर स्थित बलबीर सिंह जुनेजा इनडोर स्टेडियम में हुए समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (अतिरिक्त प्रभार) ने उन्हें सीएम पद की शपथ दिलाई। वह तीसरी बार राज्य के सीएम बने। वहीं, टीएस सिंह देव और ताम्रध्वज साहू ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली।
कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व सीएम रमन सिंह, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा और अंबिकापुर से इस बार विस चुनाव जीते टीएस सिंह देव समेत अन्य लोग उपस्थित रहे। शपथ ग्रहण समारोह पहले साइंस कॉलेज के मैदान में होना था, पर बारिश के कारण समारोह स्थल में फेरबदल किया गया था। यही कारण है कि कार्यक्रम थोड़ी देर से शुरू हुआ।
देखें शपथ ग्रहण समारोह का वीडियोः
LIVE: Swearing in ceremony of Chhattisgarh CM Shri @Bhupesh_Baghel from Raipur. #IndiaTrustsCongress https://t.co/e2AnfeQFLH
— Congress (@INCIndia) December 17, 2018
Highlights
बघेल का जन्म 1961 को किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 1986 में भारतीय युवा कांग्रेस से की थी। आगे 1990 में वह संगठन के अध्यक्ष बने और सूबे के पाटन विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। अगले चुनाव में भी वह इसी सीट से जीते थे। 2000 में म.प्र से छत्तीसगढ़ के अलग होने के बाद भी वह इस सीट से चुनाव (2003 में) जीतने में कामयाब रहे। वह छग विस में 2003-2008 तक विपक्ष की ओर से उपाध्यक्ष भी रहे हैं।
सिख दंगों को लेकर उठ रहे सवालों पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ बोले- मैंने 1991 में शपथ ली और उसके बाद भी कई बार शपथ ग्रहण की, पर तब किसी ने कुछ नहीं कहा। न तो कोई केस है, न ही एफआईआर और न ही चार्जशीट। पर आज वे (बीजेपी) इसे मुद्दा बना रहे हैं। आप इसके पीछे की राजनीति समझ सकते हैं। क्या चश्मदीदों ने आपको कुछ बताया (नरसंहार में मेरी भूमिका को लेकर)?
CM कमलनाथ ने बताया, "सीएम बनने के बाद मैंने सबसे पहले सानों से जुड़ी कर्जमाफी वाली फाइल पर हस्ताक्षर किए। वादे के मुताबिक, हर किसान का दो लाख रुपए का कर्ज माफ किया जाएगा।"
बघेल पाटन विधानसभा क्षेत्र से विधायक और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मुखिया हैं। सूत्रों की मानें तो सोमवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (अतिरिक्त प्रभार) ने बघेल को शाम साढ़े चार बजे सीएम पद की शपथ लेने के लिए राज भवन बुलाया था।
साल 1984 के सिख दंगा केस में कांग्रेस के नेता सज्जन कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट ने आज दोषी करार दिया। कोर्ट ने उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई है। सिख समाज इसके अलावा इस मामले में जदगीश टाइटलर और कमलनाथ को भी आरोपी मानता है। एक धड़ा इस बाबत दावा करता रहा है कि कमलनाथ भी 84 के कत्लेआम के पीछे के जिम्मेदार हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ ही घंटों बाद कमलनाथ ने किसानों की कर्ज माफी से जुड़ी फाइल पर हस्ताक्षर किए। राजनीतिक जानकार इसे उनका बड़ा फैसला मान रहे हैं। बता दें कि चुनाव से पहले और बतौर सीएम नाम का ऐलान होने के बाद उन्होंने कहा था कि कृषि और रोजगार उनके लिए दो प्रमुख मुद्दे हैं, जो कि उनकी प्राथमिकता पर हैं।
कमलनाथ के सीएम पद की शपथ लेने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर उन्हें वोट देने के लिए शुक्रिया अदा किया। बकौल राहुल, "आपने सत्य और प्यार के रास्ते चलने वाली कांग्रेस पार्टी को विजयी बनाकर बड़ा संदेश दिया है। आपकी प्रगति हमारा संकल्प है। हम पूरी लगन के साथ आपकी सेवा करेंगे। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और नेताओं को बधाई। आपकी आवाज बुलंद रहे।"
कमलनाथ के शपथ ग्रहण में कई विपक्षी दलों का मजमा लगा नजर आया। हालांकि, 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले को लेकर सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक उनके सीएम बनने को लेकर एक धड़े ने विरोध भी जताया। वहीं, राजस्थान में अशोक गहलोत को तीसरी बार सीएम की कुर्सी सौंपी गई है, जबकि सचिन पायलट डिप्टी सीएम बनाए गए हैं।
कमलनाथ आज मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बन गए। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भोपाल के जंबोरी मैदान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्हें सीएम पद की शपथ दिलाई। वह छिंदवाड़ा से नौ बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं। कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी मौजूद थे।