भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सदस्यों ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में एक भाजपा नेता की हत्या कर दी। यह चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ में इस साल की छठी ऐसी घटना है। पुलिस ने कहा कि चुनाव समन्वयक और भाजपा की नारायणपुर जिला इकाई के उप प्रमुख रतन दुबे की हत्या की गई। कोसलनार गांव में एक अभियान के दौरान शाम करीब साढ़े पांच बजे धारदार हथियारों से बीजेपी नेता के ऊपर हमला किया गया।
पुलिस ने बताया कि हमले के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस टीम सुरक्षा बलों के साथ घटनास्थल पर पहुंची। छत्तीसगढ़ में दो चरण का विधानसभा चुनाव 7 नवंबर से शुरू होने वाला है। हमले की निंदा करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा, “विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने और हमारी पार्टी को डराने के इरादे से हमारे सहयोगियों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें समझना होगा कि भाजपा डरेगी नहीं और छत्तीसगढ़ की जनता हमारे साथ है। बहुत जल्द नक्सलियों के साथ-साथ हर अपराधी को उल्टा लटका दिया जाएगा और उनके अपराधों की कीमत चुकाई जाएगी।”
रतन दुबे इस साल मारे जाने वाले छठे भाजपा नेता हैं। हालांकि रतन दुबे को सुरक्षा नहीं मिली थी। माओवाद प्रभावित बस्तर क्षेत्र में 24 बीजेपी नेताओं को X श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। हालांकि इनमे रतन दुबे का नाम शामिल नहीं था। नारायणपुर बस्तर में स्थित है। इसके पहले भी तीन बीजेपी नेताओं की हत्या हो चुकी है। बीजेपी नेता नीलकंठ काकेम, रामधर अलामी और बिरझू ताराम की 5 से 11 फरवरी के बीच हत्या हुई थी।
भाजपा की आवापल्ली इकाई के तत्कालीन मंडल प्रमुख नीलकंठ काकेम की बीजापुर जिले में चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं नारायणपुर जिला इकाई के उप प्रमुख 47 वर्षीय बिरझू की उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जबकि हितामेटा गांव के निवासी 43 वर्षीय अलामी की अबूझमाड़ के अंदर स्थित थुलथुली गांव से लौटते समय हत्या कर दी गई थी, जहां वह कुछ धार्मिक अनुष्ठान करने गए थे।
20 अक्टूबर को भाजपा नेता बिरझु ताराम की अज्ञात हमलावरों ने उस समय हत्या कर दी, जब वह नवरात्रि समारोह में शामिल होने के लिए मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के एक मंदिर में जा रहे थे। 21 जून को बीजापुर के इल्मिडी कासाराम पारा गांव के 40 वर्षीय पूर्व सरपंच काका अर्जुन का शव चोट के निशान के साथ मिला था।