राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में कुछ समय शेष रह गए हैं। कई एजेंसियों द्वारा कराए गए एग्जिट पोल के नतीजे ये बता रहे हैं कि भाजपा सत्ता से दूर जाती दिख रही है। इस बीच भाजपा सरकार बनाने के हर संभव प्रयास में अभी से ही जुट गई है। पार्टी की नजर उन बागियों पर है, जो टिकट नहीं मिलने के बावजूद चुनाव में उतरे और उनके जीतने की संभावना है। राजस्थान भाजपा का कोर ग्रुप जिसमें मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राज्य प्रमुख मदन लाल सैनी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अरूण राम मेघावल और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर शामिल हैं, राजनीतिक गतिविधियों की समीक्षा करने में जुट गए हैं। राज्य में दूसरी बार सरकार बनाने के लिए राजे और उनकी टीम ने जयुपर में जोड़-घटाव की। वहीं, दूसरी ओर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने नई दिल्ली स्थित पार्टी हेडक्वार्टर में वरिष्ठ नेताओं के साथ हाईलेवल मीटिंग की।

वसुंधरा राजे सत्ता में दुबारे आने के प्रति आश्वस्त दिख रही हैं। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार बना रही है। इस बात में किसी तरह का संशय नहीं है। हम पूर्व बहुमत के साथ दुबारा सत्ता में आ रहे हैं।” हालांकि, उन्होंने एग्जिट पोल के बारे किसी तरह की प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया। जयुपर में राजे और उनकी टीम ने सभी सीटों पर पार्टी के प्रत्याशियों की स्थिति की समीक्षा की और सत्ता में दुबारा वापस आने के विभिन्न संभावनाओं पर भी विचार किया। मतगणना के दिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को राज्य के प्रत्येक जिला हेडक्वार्टर में तैनात करने का फैसला किया गया ताकि पूरी प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखी जा सके।

बैठक में भाजपा और कांग्रेस के वैसे बागियों के बारे में भी चर्चा की गई, जिनकी जीत की संभावना दिखाई दे रही है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य चुनाव समिति के संयोजक और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “हमारे पास प्रत्येक विधानसभा सीट का विस्तृत ब्यौरा उपलब्ध है। हम उन बागियों से भी संपर्क में हैं, जिनकी जीतने की संभावना है। पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलता दिख रहा है इसलिए हमें नहीं लगता कि उनकी जरूरत पड़ेगी।” बैठक में 2019 के आम चुनावों को लेकर भी चर्चा हुई। शेखावत ने कहा, “हमारी पार्टी एडवांस प्लानिंग में विश्वास करती है। हमारे सभी वरिष्ठ नेताओं ने अपने अनुभवों को साझा किया। विधानसभा चुनाव के दौरान सामने आयी कमियों और मजबूतियों को ध्यान में रखते हुए हमने 2019 चुनाव के लिए संभावित रणनीति के बारे में भी चर्चा की।”