बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में अब सिर्फ तीन दिन का समय रह गया है। पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था लागू है और पुलिस से लेकर पैरामिलिट्री के जवानों ने भी अलग-अलग जगहों पर चौकसी बढ़ाई है। इसके बावजूद बिहार में अपराध थम नहीं रहे। ताजा मामला शिवहर जिले के हथसर गांव का है, जहां एक चुनाव प्रत्याशी के प्रचार अभियान के दौरान समर्थक बन कर भीड़ में शामिल हुए शूटरों ने उम्मीदवार की ही गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद एक बार फिर राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।
पुलिस का कहना है कि यह घटना शनिवार को शाम 7.30 बजे के आसपास हुई। पूरनहिया पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले हथसर गांव में चुनाव प्रत्याशी श्री नारायण सिंह (45) की प्रचार के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया गया है कि सिंह के एक समर्थक संतोष कुमार की भी गोलीबारी की चपेट में आने से मौत हो गई। इसके अलावा आलोक रंजन नाम के एक व्यक्ति को गंभीर चोटें आई हैं।
शिवहर के एसपी ने बताया कि कुछ अपराधी सिंह के काफिले में उसके समर्थक बन कर शामिल हुए थे। मौका मिलते ही उन्होंने उम्मीदवार पर फायरिंग कर दी। इसके बाद जैसे ही शूटर घटनास्थल से फरार होने लगे, वैसे ही सिंह के अन्य समर्थकों ने उनमें से एक को दबोच लिया और उसे जमकर पीटा। इस मारपीट में ही अपराधी की जान चली गई। पुलिस का कहना है कि शूटर के पास से एक पिस्तौल बरामद हुई है, पर उसकी पहचान नहीं हो पाई।
पुलिस ने बताया कि गोली लगने के बाद नारायण सिंह और उनके समर्थकों को सीतामढ़ी जिले में अस्पताल पहुंचाया गया। हालांकि, उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। सिंह के सीने और शरीर के अन्य हिस्सों में गोली के तीन जख्म पाए गए हैं। एसपी ने कहा कि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि घटना को अंजाम देने में कितने शूटरों का हाथ है।
श्री नारायण सिंह इससे पहले राजद में शामिल थे और नयागांव पंचायत के मुखिया का पद संभाल चुके थे। इस बार उन्होंने जनता दल (राष्ट्रवादी) की तरफ से विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया था। इस पार्टी का उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा और असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM से गठबंधन था।

