बिहार के चुनावी नतीजे जो भी हों पर लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी बिहार की राजनीति का बड़ा चेहरा बन गए हैं। इस चुनाव में गठबंधन के शानदार प्रदर्शन का श्रेय तेजस्वी यादव को ही दिया जा रहा है। तेजस्वी यादव राजनीति में आने से पहले क्रिकेटर थे। इतना ही नहीं वो आईपीएल और रणजी क्रिकेट का भी हिस्सा रह चुके हैं। तेजस्वी यादव की जीवनशैली अपने पिता लालू प्रसाद यादव की तरह बेहद सरल रही है।

क्रिकेट लाइफ के दौरान खुद उठाते थे अपना खर्चाः तेजस्वी यादव जब क्रिकेट खेलते थे तो वो अपना खर्चा खुद उठाया करते थे। इस बारे में लालू प्रसाद यादव ने अपनी आत्मकथा ‘गोपालगंज टू रायसीना’ में लिखा है ,’तेजस्वी हमेशा से आज्ञाकारी और विनम्र बच्चा रहा है। जब वह क्रिकेट खेल रहा था, तो शायद ही कभी उसने मुझसे पैसे मांगे होंगे। वह पैसे भी कम ही खर्च करता है। उसकी जीवनशैली सरल है। उसने ट्रेनों, बसों में यात्रा की और यहां तक कि कभी हवाई जहाज से यात्रा की, तो वह भी अपनी कमाई से। न तो राबड़ी और ना ही मुझे याद है कि उसने कभी भी यात्रा के टिकट खरीदने या फिर अपनी व्यक्तिगत जरूरतों के लिए पैसे मांगे हों।’

तेजस्वी की भाषण कला के प्रशंसक हैं लालूः लालू प्रसाद यादव अपने बेटे तेजस्वी की भाषण कला के प्रशंसक हैं। लालू प्रसाद यादव ने अपनी आत्मकथा में लिखा है,’ भाषण की तैयारी करते समय उन्होंने कभी मुझसे परामर्श नहीं किया। तेजस्वी टेलीविजन चैनलों के भी प्रिय बन चुके हैं।’ एक टीवी कार्यक्रम का जिक्र करते हुए लालू प्रसाद यादव ने लिखा है,’हाल ही में तेजस्वी को एनडीटीवी द्वारा आमंत्रित किया गया था, जहां शो के एंकर ने इतने कम समय में प्रभावी ढंग से कैमरे के सामने अपने विचार रखने में तैयार होने के लिए तेजस्वी की बार-बार प्रशंसा की थी।’

क्रिकेट के संपर्क ने किया जल्द परिपक्वः लालू प्रसाद यादव को लगता है क्रिकेट के संपर्क ने तेजस्वी को जल्द परिपक्व कर दिया। उन्होंने अपनी किताब में लिखा है,’ तेजस्वी बचपन से ही शांत और रचनात्मक था। शायद क्रिकेट के संपर्क ने उन्हें जीवन में जल्द परिपक्व कर दिया।’