महागठबंधन में सीटों के बंटवारे का ऐलान हो चुका है। सीटों के बंटवारे का ऐलान करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार की जनता से अपील करते हुए कहा कि ‘हम लोगों को एक मौका दीजिए, हम वो पूरा करेंगे। हम 10 लाख नौकरियां देंगे और ये सरकारी नौकरियां हैं।’

तेजस्वी यादव ने कहा कि “हम बिहार की जनता से वादा करते हैं कि हमारी सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट में ही हम अपना ये वादा पूरा कर देंगे। हम वादा करते हैं कि सरकार बनने के एक डेढ़ महीने में ही लोगों को रोजगार मिलना शुरू हो जाएगा। सरकारी नौकरी के फॉर्म पर कोई पैसा नहीं लिया जाएगा।”

तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में 4 लाख 50 हजार रिक्तियां पहले से ही हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, गृह विभाग सहित अन्य विभागों में राष्ट्रीय औसत के मानकों के हिसाब से बिहार में अभी 5 लाख 50 हजार नियुक्तियों की आवश्यकता है। तेजस्वी ने कहा कि कैबिनेट की पहली बैठक की पहली कलम से 10 लाख नौकरियों के विज्ञापन पर हस्ताक्षर होगा।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस के बिहार प्रभारी अविनाश पाण्डेय ने घोषणा की कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन चुनाव लड़ेगा। इसका मतलब ये है कि तेजस्वी यादव महागठबंधन का सीएम पद का चेहरा होंगे।

बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि सभी दलों ने मेरे नेतृत्व पर जो विश्वास जताया है, मैं वादा करता हूं कि सभी के वादों पर खरा उतरूंगा। उन्होंने कहा कि बिहार के डबल इंजन की सरकार आईसीयू में है। 15 साल में एक कारखाना नहीं लगा, किसानों का शोषण किया। बिहार के किसान और गरीब होते चले गए।

तेजस्वी यादव ने ये भी कहा कि बिहार की जनता हमें मौका देती है तो हम बिहारियों के मान-सम्मान की रक्षा करेंगे। लाचार, गरीब, मजलूमों पर अत्याचार नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री ने जनादेश का अपमान किया और अपने फायदे के लिए सांप्रदायिक ताकतों से समझौता किया।

महागठबंधन में सीटों के बंटवारे के तहत राजद 144 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं कांग्रेस 70, भाकपा माले 19, सीपीआई 6 और सीपीएम 4 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगी। राजद को अपने कोटे से ही झारखंड मुक्ति मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी को सीटें देनी थी लेकिन सीटों के बंटवारे से नाराज विकासशील इंसान पार्टी के नेता मुकेश सहनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही महागठबंधन छोड़ने का ऐलान कर दिया और राजद पर उन्हें धोखा देने का आरोप लगाया।