बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान 28 अक्टूबर को होना है और इसके लिए चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है। पहले चरण के चुनाव में जिन सीटों पर सभी की निगाहें लगी हैं, उनमें मोकामा सीट प्रमुख है। दरअसल यहां से बाहुबली नेता अनंत सिंह राजद के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। मोकामा सीट पर अनंत सिंह का मुकाबला जदयू के राजीव लोचन नारायण से है। गौरतलब है कि अनंत सिंह की छवि जहां बाहुबली नेता की है, वहीं दूसरी तरफ राजीव लोचन की छवि एक संत नेता की है।
राजीव लोचन पर कभी किसी को अपशब्द बोलने का भी आरोप नहीं लगा है। बता दें कि राजीव लोचन पूर्व भाजपाई किसान नेता हैं और उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मित्र बताए जाते थे। जदयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री ललन सिंह ने कहा भी है कि मोकामा सीट पर राम बनाम रावण की लड़ाई है। जिसमें जदयू प्रत्याशी राजीव लोचन राम के प्रतीक हैं। नामांकन में दाखिल चुनावी हलफनामे के अनुसार, राजीव लोचन के पास 9 करोड़ 9 लाख रुपए से अधिक की संपत्ति है।
राजीव लोचन ने मोकामा के राम रतन सिंह कॉलेज से 1974 में राजनीति विज्ञान में स्नातक किया हुआ है। खेती उनका मुख्य पेशा है और इसके साथ ही वह समाजसेवी भी हैं। खास बात ये है कि राजीव लोचन पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। राजीव लोचन की छवि साफ-सुथरी है और उनके खिलाफ एक भी मामला नहीं है।
वहीं अनंत सिंह की बात करें तो अनंत सिंह की गिनती बिहार के बड़े बाहुबली नेताओं में की जाती है। अनंत सिंह की संपत्ति 68 करोड़ 56 लाख से अधिक है। अनंत सिंह का पेशा भी कृषि और समाजसेवा ही है। अनंत सिंह के खिलाफ 38 केस दर्ज हैं और पहले चरण में जो उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, उनमें अनंत सिंह सबसे दागी उम्मीदवार हैं। अनंत सिंह बीते 15 साल से विधायक हैं।
मोकामा विधानसभा क्षेत्र पटना जिले के अंतर्गत आता है। वहीं लोकसभा की बात करें तो यह मुंगेर लोकसभा सीट का हिस्सा है। अनंत सिंह और राजीव लोचन के अलावा इस सीट से लोजपा के टिकट पर सुरेश सिंह निषाद भी चुनाव लड़ रहे हैं।
अनंत सिंह साल 2005 से लगातार मोकामा सीट से विधायक चुने जा रहे हैं। 2005 के विधानसभा चुनाव में अनंत सिंह ने जदयू के टिकट पर जीत हासिल की थी। 2010 के चुनाव में भी अनंत सिंह जदयू के टिकट पर विधायक बने। हालांकि 2015 विधानसभा चुनाव में अनंत कुमार सिंह ने निर्दलीय पर्चा भरा और निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए भी जीत हासिल की थी।