बिहार चुनाव में लोजपा नेता चिराग पासवान ने ‘मंदिर कार्ड’ खेल दिया है। दरअसल चिराग पासवान ने सत्ता में आने पर सीतामढ़ी में माता सीता का भव्य मंदिर बनवाने का वादा कर दिया है। इसके अलावा चिराग पासवान ने बिहार में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की बात भी कही है। चिराग पासवान ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि “सिया बिन राम अधूरे हैं। इसी लिए भगवान राम के मंदिर बनने के साथ सीतामढ़ी में माता सीता के भव्य मंदिर का निर्माण बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट लागू कर बनवाऊंगा। माता सीता के आशीर्वाद से बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट भी लागू होगा। माता सीता नारी सशक्तिकरण व नारी स्वाभिमान की प्रतीक हैं। जय मां जानकी।”
चिराग पासवान ने कहा कि “माता सीता के साथ-साथ बिहार में भगवान महावीर, गौतम बुद्ध, गुरु गोबिंद सिंह व कई सूफी संत जैसे कई महान दिव्य शक्तियों का वास बिहार रहा है। इन सब महान स्थानों को बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट विशेष सर्किट से जोड़ेगा।” इस मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार को घेरते हुए चिराग ने ट्वीट में लिखा कि “बिहार में अगर हमारे मौजूदा सीएम नीतीश कुमार जी ने पिछले 15 साल में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया होता तो आज बिहार राजस्व की समस्या से बेहाल नहीं होता।”
चिराग पासवान ने कहा कि धार्मिक पर्यटन से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है और इससे बिहार का राजस्व भी बढ़ेगा। यही वजह है कि धार्मिक पर्यटन पर बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन में विशेष जोर दिया गया है।
चिराग पासवान अपने चुनाव प्रचार के दौरान सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ खासे हमलावर हैं। रविवार को एक जनसभा के दौरान चिराग ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आयी तो जो भी लोग नीतीश सरकार की सात निश्चय योजना में भ्रष्टाचार में लिप्ट हैं, मुख्यमंत्री समेत सभी को जेल भेजा जाएगा। बक्सर के डुमरांव में एक बैठक के दौरान चिराग ने ये बातें कहीं।
जनसभा के दौरान चिराग ने लोगों से पूछा कि जो मुख्यमंत्री बिहार को बर्बाद कर दे, जो मुख्यमंत्री बिहार के नौजवानों को पलायन के लिए मजबूर कर दे, क्या ऐसा सीएम को सीएम बने रहना चाहिए? भीड़ ने भी नहीं में जवाब दिया।