दिल्ली कांग्रेस को लोकसभा चुनाव के बीच में एक बड़ा तगड़ा झटका लगा है। अरविंद सिंह लवली ने प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है, आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने से लेकर बाहरी को टिकट देने तक, कई ऐसे कारण सामने आए जिस वजह से लवली का कांग्रेस से मोह भंग हो गया है।

यहां पर आपको 10 बड़े कारण बताते हैं जिस वजह से लवली ने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है-

करण नंबर 1– डीपीसी के विरोध के बावजूद भी कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन किया

कारण नंबर 2– करप्शन के आरोप जिस पार्टी पर लगे हैं उसी से हाथ मिलाने का काम हुआ

करण नंबर 3 कांग्रेस इस बार दिल्ली में सिर्फ तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि आम आदमी पार्टी को चार सीटें दी गईं

करण नंबर 4– वरिष्ठ नेताओं के लिए अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली गई

कारण नंबर 5– नॉर्थ ईस्ट ओर नॉर्थ वेस्ट दिल्ली में इस बार कांग्रेस ने बाहरी नेताओं पर भरोसा जताया

कारण नंबर 6– कांग्रेस के नेताओं को कई अहम फैसलों में शामिल ही नहीं किया गया

कारण नंबर 7 सिर्फ विरोध करने के लिए राजकुमार चौहान को पार्टी ने सस्पेंड कर दिया

कारण नंबर 8– नॉर्थ वेस्ट दिल्ली कैंडिडेट ने पार्टी विरोधी बयान दे दिया, लेकिन कोई भी एक्शन नहीं हुआ

करण नंबर 9– जो कांग्रेस के दिल्ली इंचार्ज हैं, छोटे से मामले को और ज्यादा बढ़ा बनाने का काम किया

करण नंबर 10– दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के पास नियुक्ति का कोई अधिकार नहीं है

जानकारी के मुताबिक पिछले काफी दिनों से अरविंदर सिंह लवली प्रदेश कार्यालय भी नहीं आ रहे थे, वह चाहते थे कि उत्तर पश्चिमी दिल्ली से राजकुमार चौहान को टिकट मिले लेकिन ऐसा न होने पर वे नाराज बताए जा रहे थे। वहीं अब अपने इस्तीफे में लवली ने पार्टी से नाराजगी की अहम वजह आम आदमी पार्टी से गठबंधन भी बताया है।

गौरतलब है कि हाल ही में दिल्ली की 15 साल की शीला दीक्षित की सरकार में मंत्री रहे दिग्गज नेता राजकुमार चौहान ने भी अपना इस्तीफा दिया था। उन्होंने अपने इस्तीफे की वजह प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया के खराब व्यवहार को बताया था और चौहान के पीछे लवली ने अध्य पद से इस्तीफा देकर वोटिंग से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है।