समचार एजेंसी का दावा हरियाणा के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता मनोहर लाल खट्टर ने आज शाम राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाकात कर सकते है।
हरियाणा के 90 विधानसभा सीटो में 82 सीटो का रुझान आ चुका है। जिसमें भाजपा- 50 सीटो पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 24 सीटो पर आगे है। जेजेपी 6 सीटो पर और अन्य 2 सीट पर बढ़त बना रखी है।
अंबाला कैंट सीट बीजेपी का गढ़ माना जाता है। हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल विज खुद इस सीट पर 4 बार चुनाव जीत चुके हैं। हालांकि, 2005 में कांग्रेस के देवेंद्र कुमार बंसल ने उन्हें मात दे दी थी। इसके बाद 2009 और 2014 में विज ने यह सीट दोबारा अपने नाम कर ली थी। देखना यह है कि विज 2019 में भी अपना और बीजेपी का वर्चस्व बरकरार रख पाते हैं या नहीं?
यहां देखें LIVE नतीजे – हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम 2019
कांग्रेस ने इस सीट पर वेणु सिंगला अग्रवाल को मैदान में उतारा है। पार्टी को उम्मीद है कि वह इस सीट पर अनिल विज को आसानी से मात दे देगी। 2014 में विज ने कांग्रेस के चौधरी निर्मल सिंह को हराया था। विज ने उन्हें 15462 वोटों के अंतर से करारी मात दी थी।


बीजेपी ने हरियाणा में सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन अपने दम पर सरकार बनाने हुई फेल। 90 सीटों में से बीजेपी- 39, कांग्रेस-31, जेजेपी- 10 पर आगे है।
हरियाणा नतीजों पर कमलनाथ का बड़ा बयान- पहले परिवर्तन होने पर कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करती है।
हरियाणा और महाराष्ट्र के अब तक के नतीजों पर प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं दोनों ही राज्यों के चुनावी रुझानों से बेहद खुश हूं। इसके अलावा इस बात की भी खुशी है कि यूपी में भी पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ा है।
हरियाणा में बीजेपी के हार पर कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली कहा- बीजेपी का सावरकर कार्ड फेल हो गया है।
बीजेपी के दिग्गज नेता अनिल विज ने अंबाल कैंट सीट से 20 हजार वोट से जीत दर्ज कर ली है।
मीडिया से गुलाम नबी आजाद कहा- सारी पार्टियों को बीजेपी के खिलाफ जीत मिली है। उन्हें सरकार बनाने के लिए एक साथ आना चाहिए।
हरियाणा विधानसभा चुनाव की मतगणना के शुरुआती रुझानों में बीजेपी के तीन बड़े उम्मीदवार करनाल से मनोहर लाल खट्टर, दादरी से बबीता फोगाट और अंबाला कैंट से अनिल विज आगे चल रहे हैं।
कैथल से विधायक और कांग्रेस के नेशनल मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरेजवाला अपनी सीट नहीं बचा पाए हैं। कड़े मुकाबले में इनेलो से पूर्व विधायक रह चुके मौजूदा बीजेपी प्रत्याशी लीलाराम ने उन्हें हराया है।
अगला कदम क्या होगा, इस सवाल पर JJP के दुष्यंत सिंह चौटाला ने कहा- मैं कोई फैसला अकेले नहीं ले सकता।न मैं किंग हूं और ना ही किंगमेकर।
JP के दुष्यंत चौटाला ने कहा- जनता ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों के ओवर कॉन्फिडेंट को तोड़ा है। हम बैठक के बाद निर्णय लेगें की किसके साथ हमें जाना है।
बीजेपी द्वारा निर्दलीय विधायकों को धमकाया जा रहा है, कहा गया है कि कांग्रेस से चर्चा न करें। हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र एस हुड्डा के बेटे और कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी उनके लिए हेलीकॉप्टर भी भेजा है।
राहुल गांधी के करीबी सूरजेवाला कैथल से चुनाव हारें, बीजेपी के लीलाराम ने 567 वोट से जीत दर्ज कर ली है
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिघंवी ने कहा- बीजेपी को अब रिजॉर्ट वाली राजनीति का ही सहारा लेना पड़ेगा नहीं तो वह सरकार नहीं बना पाएगी।
कांग्रेस नेता व पूर्व सीएम भुपेद्र सिंह हुड्डा ने कहा सभी दलो को एक साथ आकर राज्य सरकार बनाना चाहिए। जनता के द्वारा दिए गए वोट का समान करना चाहिए।
हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा की संभावना है। बीजेपी राज्य में बहुमत के आंकड़े से पीछे है। बीजेपी 40 सीटों पर आगे चल रही है। इसके बावजूद मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक बीजेपी हरियाणा में सरकार बनाने का दावा पेश करेगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। खबर है उन्हें पार्टी इस प्रदर्शन को लेकर पार्टी हाईकमान ने खड़ीखोटी सुनाई है।
सोनियां गांधी से फोन पर बात करने के बाद भूपेद्र सिंह हुड्डा आज दोपहर 1 बजे प्रेस कांफ्रेस करेंगे।
हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा की संभावना है। बीजेपी राज्य में बहुमत के आंकड़े से पीछे है। बीजेपी 40 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि बहुमत के लिए 46 सीटें चाहिए।
अंबाला कैंट विधानसभा सीट से पांचवें राउंड में अनिल विज 4253 वोटों से आगे है। अनिल विज - 21278 कांग्रेस - 17025 वोट पाकर दूसरे स्थान पर है।
हरियाणा के रोहतक जिला पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गृह जनपद होने के चलते काफी हाईप्रोफाइल माना जाता है। पिछले 15 सालों में रोहतक में काफी विकास हुआ है, जिसके चलते इस शहर की रूपरेखा ही बदल गई है। इस जिले के चार विधानसभा सीटो पर आगे चल रही है।
हरियाणा के रोहतक जिला पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गृह जनपद होने के चलते काफी हाईप्रोफाइल माना जाता है। पिछले 15 सालों में रोहतक में काफी विकास हुआ है, जिसके चलते इस शहर की रूपरेखा ही बदल गई है। इस जिले के चार विधानसभा सीटो पर आगे चल रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनियां गांधी ने भुपेद्र सिंह हुड्डा को दिया कमान कहा क्या रणनीति अपनानी स्वंय फैसला करे भूपेद्र सिंह हुड्डा
हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष सुभाष बराला अपनी सीट हार रहे हैं। टोहाना विधानसभा सीट पर करीब 17 हजार वोटों से पीछे चल रहे मौजूदा विधायक सुभाष बराला काउंटिंग सेंटर से बाहर निकले। जेजेपी के देवेंद्र बबली बड़ी जीत की ओर बढ़ रहे हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है. शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) राज्य में बहुमत से दूर दिखाई दे रही है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया है और वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को बीजेपी आलाकमान ने दिल्ली बुलाया है।
भाजपा ने हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर को दिल्ली बुलाया है यंहा पर उनसे राज्य में सरकार बनाने के आगे की रणनीति की चर्चा की जाएगी।
भाजपा बहुमत से पीछे है, जिसके लिए उसने जेजेपी से सम्पर्क करने की कोशिश की है। जबकि वहीं कांग्रेस नेता भुपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार बनाने का ऐलान कर चुके है
हरियाणा के 90 विधानसभा सीटो में 90 सीटो का रुझान आ चुका है। जिसमें भाजपा- 39 सीटो पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 39 सीटो पर आगे है। जेजेपी 8 सीटो पर और अन्य 12 सीट पर बढ़त बना रखी है।
हरियाणा के 90 विधानसभा सीटो में 90 सीटो का रुझान आ चुका है। जिसमें भाजपा- 44 सीटो पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 27 सीटो पर आगे है। जेजेपी 8 सीटो पर और अन्य 6 सीट पर बढ़त बना रखी है।
हरियाणा के 90 विधानसभा सीटो में 90 सीटो का रुझान आ चुका है। जिसमें भाजपा- 44 सीटो पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 27 सीटो पर आगे है। जेजेपी 8 सीटो पर और अन्य 6 सीट पर बढ़त बना रखी है।
हरियाणा के 90 विधानसभा सीटो में 90 सीटो का रुझान आ चुका है। जिसमें भाजपा- 40 सीटो पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 36 सीटो पर आगे है। जेजेपी 8 सीटो पर और अन्य 6 सीट पर बढ़त बना रखी है।
हरियाणा के 90 विधानसभा सीटो में 90 सीटो का रुझान आ चुका है। जिसमें भाजपा- 44 सीटो पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 32 सीटो पर आगे है। जेजेपी 8 सीटो पर और अन्य 6 सीट पर बढ़त बना रखी है।
अनिल वीज अंबाल कैंट से शुरूआती रूझान में आगें चल रहे है।
2014 में अंबाला कैंट विधानसभा सीट पर अनिल विज की जीत हुई थी। अनिल विज को कुल 66605 वोट मिले थे जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के निर्मल सिंह को 51143 वोट मिले थे। 2014 में इस सीट पर 12 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था जिनमें से 10 की जमानत जब्त हुई थी।
अंबाला कैंट सीट हरियाणा के सबसे पुराने विधानसभा क्षेत्रों मे से एक है। पहली बार 1967 में यहां से कांग्रेस के डीआर आनंद चुनाव जीत विधानसभा पहुंचे थे। यह सीट कांग्रेस की मानी जाती थी। अनिल विज चार बार इस सीट से विधायक रह चुके हैं। लिहाजा इस बार के चुनाव में उनके सामने पांचवीं बार भाजपा का विजय रथ दौड़ाने की चुनौती है।