Lok Sabha Election 2019:  2019 लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से सियासत गरमाई हुई है। एक तरफ जहां कुछ नेता और पार्टियां चुनाव घोषणा की टाइमिंग पर केंद्र सरकार का प्रभाव होने पर सवाल उठा रही है तो वहीं कुछ बयान रमजान के दौरान वोटिंग को लेकर भी सामने आ रहे हैं। बता दें कि कुल 543 सीटों में से 169 लोकसभा सीटों पर वोटिंग रमजान के दौरान होनी है। खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और दिल्ली की अधिकतर सीटों पर आखिरी तीन चरण में ही वोटिंग होनी है।

रमजान में चुनाव पर नेताओं ने उठाए सवाल: कोलकाता के मेयर और टीएमसी नेता फिरहाद हकीम ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो नहीं चाहती की अल्पसंख्यक वोट करे। इसके साथ ही हकीम ने कहा कि बिहार, उत्तर प्रदेश और बंगाल में सात चरणों में चुनाव होगा और इन तीन राज्यों में अल्पसंख्यक वोटरों की संख्या काफी है। ऐसे में रोजे के दौरान वोटिंग करना आसान नहीं होगा। चुनाव आयोग को इस बात का ध्यान रखना चाहिए था। फरहाद हकीम के अलावा दिल्ली आम आदमी पार्टी के ओखला विधानसभा सीट से विधायक अमानतुल्लाह खान ने भी रमजान की वोटिंग पर सवाल उठाते हुए भाजपा पर वार किया। खान ने कहा कि इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा। खान ने ट्वीट में लिखा- 12 मई का दिन होगा दिल्ली में रमजान होगा मुसलमान वोट कम करेगा इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा।

असदुद्दीन ओवैसी का क्या है कहना: ऑल इंडिया मजलिस-ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस मसले पर कहा कि इस मुद्दे को जबरन विवादित बनाया जा रहा है। वहीं ओवैसी ने कहा कि मैं सभी पार्टियों से विनती करता हूं कि मुस्लिम समाज और रमजान का इस्तेमाल अपने हितों के लिए न करें। इसके साथ ही ओवैसी ने कहा कि मुसलमान जरूर रोजा रखेंगे। वो बाहर जाते हैं और आम दिनों की तरह अपनी जिंदगी जीते हैं। नो ऑफिस भी तो जाते हैं। मुझे ऐसा लगता है कि रमजान में मुस्लिमों का वोट प्रतिशत बढ़ेगा।

 

7 चरणों में होंगे चुनाव: बता दें कि 10 मार्च को 2019 लोकसभा चुनावों के तारीखों की घोषणा मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने की। इस दौरान उन्होंने बताया कि चुनाव सात चरणों में होंगे। जिसमें 11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को वोटिंग होगी।