Agra Lok Sabha Elections 2024 Date, Candidate Name: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। राजनीतिक पार्टियों से लेकर आम लोगों में भी चुनाव को लेकर काफी उत्साह है और तारीख इंतजार भी समाप्त हो गया है। ऐसे में ताजमहल और पेठे के लिए मशहूर आगरा भी लोकसभा की एक महत्वपूर्ण सीट है। इस लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी के सत्यपाल सिंह बघेल ने साल 2019 में जीत दर्ज की थी। इस बार कांग्रेस, सपा और बसपा विरोधी दल भारतीय जनता पार्टी को शिकस्त देने की कोशिश करेगी।

पेठा नगरी आगरा की सीट पर सात मई को चुनाव होंगे।। चुनाव की तारीख के ऐलान से कुछ दिन पहले भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। इस बार पार्टी ने एक बार फिर से सत्यपाल सिंह बघेल को मैदान में उतारा है। आगरा सीट से बसपा ने पूजा अमरोही को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। इस सीट पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं क्योंकि यह सीट एससी कैटेगरी के लिए रिजवर्ड है और इस पर कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है।

2019 में सीट पर बीजेपी ने जमाया कब्जा

2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को लोगों ने चुना। यहां से बीजेपी के प्रत्याशी सत्यपाल सिंह बघेल ने जीत दर्ज की। एसपी सिंह बघेल को करीब 646875 वोट मिले थे। अगर वोटों के प्रतिशत की बात की जाए तो उन्हें 56.48 फीसदी वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी के मनोज कुमार सोनी को 435329 वोट मिले थे। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी और बसपा का गठबंधन था। सपा-बसपा गठबंधन को 38.01 फीसदी वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार प्रीत हरित को 45146 वोटों से ही संतोष करना पड़ा।

Agra Lok Sabha Elections Results 2019
पार्टीउम्मीदवारवोट
BJPएसपी सिंह बघेल6,46,875
BSPमनोज कुमार सोनी4,35,329
Congressप्रीत हरित45,146

2014 में भी बीजेपी के पक्ष में ही रहे नतीजे

साल 2014 के लोकसभा चुनाव की बात की जाए तो इस साल भी भारतीय जनता पार्टी ने ही आगरा सीट पर कब्जा जमाया। वर्ष 2014 में आगरा लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी के राम शंकर का निर्वाचन हुआ। उन्हें 583,716 वोट मिले। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के नारायण सिंह सुमन को 286736 वोटों से हराया। बीजेपी को आगरा सीट पर 54.35 फीसदी वोट मिले थे। वहीं, दूसरे नंबर पर रही बसपा को 26.48 फीसदी वोट आए थे। कांग्रेस पार्टी को केवल 3.25 फीसदी वोटों से ही संतोष करना पड़ा था।

आगरा लोकसभा सीट का राजनीतिक इतिहास

1952 से लेकर 1971 तक आगरा सीट पर कांग्रेस का ही राज रहा था। यहां से लगातार पांच बार सेठ अचल सिंह सांसद बने थे। 1977 में इस सीट पर भारतीय लोकदल के शंभूनाथ चतुर्वेदी ने चुनाव जीता। 1980 में कांग्रेस पार्टी को फिर से लोगों ने चुनाव जिताया और निहाल सिंह को सांसद की कुर्सी मिली। 1984 में भी कांग्रेस के निहाल सिंह ही सांसद चुने गए। 1989 में जनता दल के अजय सिंह चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। 1991 से लेकर 1998 तक इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने कब्जा जमाया और भगवान शंकर सिंह सांसद चुने गए। 1999 के इलेक्शन में समाजवादी पार्टी ने इस सीट पर कब्जा जमा लिया और राज बब्बर ने चुनाव जीता। राजबब्बर 2004 में भी चुनाव जीते। एक बार फिर बीजेपी की किस्मत पलटी और 2009 से लेकर अब तक आगरा सीट पर पार्टी का कब्जा है।

जातीय समीकरण

आगरा लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र में है। ये हैं आगरा दक्षिण, आगरा उत्तर, छावनी, एत्मादपुर, जलेसर। कुल वोटर्स 1904698 हैं। इनमें 864520 महिला और 1040090 पुरुष मतदाता हैं। जातीय समीकरण पर नजर डालें तो लगभग 3.15 लाख मतदाता वैश्य, अनुसूचित जाति के 2.80 लाख, मुस्लिम 2.70 लाख मतदाता है। 2011 की जनगणना के मुताबिक, हिंदू 80.69 फीसदी, मुस्लिम 15.37 फीसदी, जैन 1.04 फीसदी, सिख 0.62 फीसदी, ईसाई 0.19 फीसदी और बौद्ध 0.19 फीसदी हैं।