dailyबिहार में चुनाव प्रचार लगातार तेज होता जा रहा है। जिस तरह यूपी में लंबे समय से राम मंदिर एक चुनावी मुद्दा हुआ करता था, उसी तरह की आवाज अब बिहार में भी सुनने को मिल रही है। एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान रविवार को माता सीता की जन्मस्थली पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि अयोध्या की तरह ही सीतामढ़ी को भी विकसित किया जाना चाहिए। पासवान ने कहा, ‘सिया बिन राम अधूरे हैं इसी लिए भगवान राम के मंदिर बनने के साथ सीतामढ़ी में माता सीता का मंदिर भव्य मंदिर का निर्माण बिहार 1st बिहारी 1st लागू कर बनवाऊंगा। माता सीता के आशीर्वाद से बिहार 1st बिहा री1st भी लागू होगा। माता सीता नारी सशक्तिकरण व नारी स्वाभिमान की प्रतीक हैं।’
चिराग पासवान ने कहा, ‘ जैसे माता सीता के बिना राम अधूरे हैं, वैसे ही राम के बिना माता सीता भी अधूरी हैं। इसलिए मेरी इच्छा है कि जिस तरह अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, उससे भी बड़ा माता सीता का मंदिर सीतामढ़ी में बने। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और लोगों को रोजगार मिलेगा। यदि एलजेपी की सरकार बनेगी तो तुरंत माता सीता के मंदिर की आधारशिला रखी जाएगी।’ उन्होंने दावा किया कि जो इस समय मुख्यमंत्री हैं, वह दोबारा नहीं बनेंगे और अगली सरकार लोजपा की बनेगी।
#WATCH I want a temple bigger than #RamMandir in Ayodhya to be built for Goddess Sita in Sitamarhi. Lord Ram is incomplete without Goddess Sita, & vice versa. So, a corridor connecting Ayodhya’s Ram Temple & Sitamarhi should be constructed: LJP chief Chirag Paswan https://t.co/tyAL5cLrMg pic.twitter.com/cZR8Cc8LqF
— ANI (@ANI) October 25, 2020
बीजेपी को वोट देने की अपील
चौकाने वाली बात यह है कि चिराग पासवान बिहार में अकेले एनडीए के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन वह बीजेपी को वोट देने की अपील भी करते नजर आए। उन्होने नीतीश पर तो जमकर निशाना साधा लेकिन बीजेपी को बख्श दिया। चिराग ने कहा, ‘जहां-जहां लोजपा के प्रत्याशी हैं उन्हें वोट दीजिए और अन्य जगहों पर बीजेपी को वोट दीजिए। आने वाली सरकार नीतीश मुक्त होगी।’ उनकी बातों से यही जाहिर होता है कि वह चाहते हैं कि बीजेपी को ज्यादा सीटें मिलें और सरकार बनाने के लिए उसे एलजेपी की जरूरत पड़े।
पूरे पेज पर पीएम मोदी वाले विज्ञापन को लेकर भी चिराग पासवान ने सीएम नीतीश पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस तरह बीजेपी अपने गठबंधन के प्रति इमादार है, उन्हें भी होना चाहिए। नीतीश कुमार को प्रमाणपत्र की आवश्यकता खत्म होती नहीं नजर आ रही है। उन्हें बीजेपी का शुक्रगुजार होना चाहिए।