लोकसभा चुनाव अब अपने छठे चरण तक आ पहुंचा है, इस फेज में 58 सीटों पर वोटिंग जारी है। पिछले लोकसभा चुनाव में यहां पर बीजेपी का पूरा दबदबा देखने को मिला था, दिल्ली-हरियाणा में क्लीन स्वीप किया था और बाकी राज्यों में भी अच्छी बढ़त मिली थी। कांग्रेस तो अपना खाता तक नहीं खोल पाई थी, ऐसे में ये वाला चरण हर पार्टी के लिए निर्णायक साबित होने जा रहा है। सबसे पहले आपको बताते हैं कि छठे चरण में कहां-कहां पर वोटिंग हो रही है-
| राज्य | कुल सीटें | कहां-कहां वोटिंग |
| बिहार | 8 | वाल्मीकिनगर |
| पश्चिमी चंपारण | ||
| पूर्व चंपारण | ||
| शिवहर | ||
| वैशाली | ||
| गोपालगंज | ||
| सिवान | ||
| महाराजगंज | ||
| हरियाणा | 10 | अंबाला |
| कुरुक्षेत्र | ||
| सिरसा | ||
| हिसार | ||
| करनाल | ||
| सोनीपत | ||
| रोहतक | ||
| भिवानी-महेंद्रगढ़ | ||
| गुड़गांव | ||
| फरीदाबाद | ||
| जम्मू-कश्मीर | 1 | अनंतनाग-राजौरी |
| झारखंड | 4 | गिरिडीह |
| धनबाद | ||
| रांची | ||
| जमशेदपुर | ||
| ओडिशा | 6 | संबलपुर |
| क्योंझार | ||
| ढेंकानाल | ||
| कटक | ||
| पुरी | ||
| भुवनेश्वर | ||
| पश्चिम बंगाल | 8 | तामलुक |
| कांथी | ||
| घाटल | ||
| झाड़ग्राम | ||
| मेदिनीपुर | ||
| पुरुलिया | ||
| बंकुरा | ||
| बिशनुपुर | ||
| उत्तर प्रदेश | 14 | सुल्तानपुर |
| प्रतापगढ़ | ||
| फूलपुर | ||
| इलाहाबाद | ||
| अंबेडकरनगर | ||
| श्रावस्ती | ||
| डुमरियागंज | ||
| बस्ती | ||
| संत कबीर नगर | ||
| लालगंज | ||
| आजमगढ़ | ||
| जौनपुर | ||
| मछलीशहर | ||
| भदोही |
पिछले चुनाव के नतीजे
अगर पिछले लोकसभा चुनाव नतीजों की बात करें तो इस छठे चरण में बीजेपी का साफ अपर हैंड देखने को मिल गया था। जिन 58 सीटों पर वोट ाडले गए थे, बीजपी अपने दम पर 40 सीटें जीत गई थी, वहीं बसपा को सिर्फ 4 सीटों से संतोष करना पड़ा, ममता की टीएमसी को 4, बीजेडी को 4, जेडीयू की 3, एलजेपी को एक, आजसू को एक और नेशनल कॉन्फ्रेंस को भी एक सीट मिली थी। इस चरण में इस बार बीजेपी के बाद अगर दूसरी सबसे बड़ी किसी की अग्निपरीक्षा है, तो वो क्षेत्रीय दलों की मानी जा रही है, इसमें ममता बनर्जी की साख भी दांव पर लगी है।
यूपी में कैसी स्थिति?
बात अगर राज्यों के लिहाज से करें तो अगर बीजेपी को अपनी बढ़त को और ज्यादा मजबूत करना है तो इस बार यूपी की 14 सीटों पर स्वीप करना पड़ेगा। लेकिन इस बार जमीन पर बदले हुए समीकरणों की वजह से चुनौती ज्यादा बड़ी बन चुकी है। पिछले चुनाव में इन्हीं 14 सीटों में से बीजेपी को 9 पर जीत मिली थी, मायावती की पार्टी को 4 पर जीत मिली थी और सपा सिर्फ एक सीट जीत पाई थी। इस बार समाजवादी पार्टी ने चुनावी फिजा को बदलने के लिए कुछ परिवर्तन जरूर किए हैं। वो दलित-ओबीसी फैक्टर पर फोकस कर रही है, बसपा के वोटबैंक में सीधी सेंधमारी की तैयारी है।
बिहार में कैसी तस्वीर?
बिहार की बात करें तो वहां पर पिछली बार एनडीए का पूरा दबदबा था। उसने पांच सीटें अपने नाम की थी और आरजेडी और कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला था। लेकिन इस बार एक परिवर्तन ये आया है कि इंडिया गठबंधन एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ खड़ा है जिस वजह से कुछ सीटों पर मुकाबला दिलचस्प बन सकता है। अब किस तरह से एनडीए अपनी जीती हुई सीटों को बचाता है, सारा मुकाबला उसी बात को लेकर है।
झारखंड-कश्मीर में कैसा माहौल?
इस बार झारखंड की चार सीटों पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। पिछली बार तो चार सीटों में तीन पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। सिर्फ एक सीट आजसू जीतने में सफल रही। अब यहां भी बिहार की तरह बस इतना बदलाव हुआ है कि इंडिया गठबंधन साथ में चुनाव लड़ रहा है, ऐसे में वोटों का बिखराव कम हो सकता है। जम्मू-कश्मीर की बात करें तो वहां पर अनंतनार-राजौरी में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जीत दर्ज की थी, इस बार पीडीपी भी वहां कड़ी टक्कर देती दिख रही है।
बंगाल-ओडिशा का हाल
पश्चिम बंगाल का रण भी इस बार कड़ी चुनौती पेश कर रहा है। बीजेपी जिस महत्वकांक्षी टारगेट के साथ आगे बढ़ रही है, उसके लिए बंगाल में ज्यादा से ज्यादा गेन करना जरूरी है। पिछली बार छठे चरण की बंगाल की 8 सीटों में से बीजेपी 5 पर जीत गई थी और ममता की पार्टी को सिर्फ तीन सीटों से संतोष करना पड़ा था। अब इस बार बीजेपी के सामने प्रदर्शन दोहराने से ज्यादा उसी प्रदर्शन को और बेहतर करने की चुनौती है। इसी तरह ओडिशा में भी बीजेपी अपने प्रदर्शन पिछली बार के मुकाबले अच्छा करना चाहती है। ओडिशा में पिछली बार तो 6 सीटों से बीजेपी का कमल सिर्फ 2 पर खिल पाया था और बाकी चार सीटें बीजेडी के खाते में गई थीं।
छठे रण की हाई प्रोफाइल सीटें
| सीट | NDA | विपक्ष |
| करनाल | मनोहर लाल खट्टर | दिव्यांशु बुद्धिराजा |
| डमुरियांगज | जगदंबिका पाल | भीष्म शंकर (सपा) |
| गुड़गांव | राव इंद्रजीत | राज बब्बर (कांग्रेस) |
| फरीदाबाद | कृष्ण पाल सिंह | महेंद्र प्रताप सिंह (कांग्रेस) |
| संबलपुर | धर्मेंद्र प्रधान | प्रणब प्रकाश (बीजेडी) |
| पुरी | संबित पात्रा | अरुण मोहन (बीजेडी) |
| सुल्तानपुर | मेनका गांधी | रामभुआल निषाद (सपा) |
| आजमगढ़ | दिनेश लाल यादव | धर्मेंद्र यादव (सपा) |
| कुरुक्षेत्र | नवीन जिंदल | सुशील गुप्ता |
| रोहतक | अरविंद शर्मा | दीपेंद्र हुड्डा |
| उत्तर पूर्व दिल्ली</td> | मनोज तिवारी | कन्हैया कुमार |
| नई दिल्ली | बासुरी स्वराज | सोमनाथ भारती |
| पूर्व चंपारण | राधा मोहन सिंह | राजेश कुमार |
| सिवान | विजयलक्ष्मी देवी (जेडीयू) | अवध चौधरी बिहारी |
