भारतीय संस्कृति में जो सम्मान स्वर्ण धातु यानी सोने को प्राप्त है वह किसी अन्य धातु को नहीं है। सोने जैसी महंगी धातु भारतीयों के लिए सिर्फ निवेश का माध्यम भर ही नहीं बल्कि इससे कहीं बढ़कर है। भारत में सोना धर्म, शुद्धता, पवित्रता, समृद्धि और सौभाग्य से जुड़ा हुआ माना जाता है। यही कारण है कि खपत के लिहाज से भारत, चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत में हर साल लोग 800 टन सोना खरीदते हैं।
आभूषणों के प्रति यह लगाव और इसकी भारी मांग इस क्षेत्र में कभी ना कम होने वाला रोजगार क्षेत्र पैदा करता है। अब लोगों के बीच तरह तरह के आकार-प्रकार और डिजाइन के आभूषणों की मांग बढ़ी है। इस क्षेत्र में लगातार बदलता ट्रेंड ही आज युवाओं को इसमें करिअर बनाने के लिए आकर्षित कर रहा है। यदि आप भी फैशन की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं, तो आभूषण डिजाइन आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।
शुरुआत कैसे करें
सबसे पहले जानते हैं कि ज्वेलरी डिजाइन है क्या? दरअसल, तरह-तरह के गहनों को बनाने की कला को ही ज्वेलरी डिजाइन कहते हैं। सोना, चांदी, प्लेटिनम आदि धातुओं को तराशकर उनसे तरह-तरह के गहने बनाए जाते हैं। इसी तरह जेम्स, हाथी दांत, पत्थर, सीप आदि का भी प्रयोग स्टाइलिश ज्वेलरी बनाने में किया जाता है। इसी प्रकार ज्वेलरी डिजाइनर उन्हें कहते हैं, जो ज्वेलरी की स्टाइल, पैटर्न आदि तय करते हैं।
शैक्षणिक योग्यता
यूं तो ज्वेलरी डिजाइन में भविष्य बनाने के लिए 10वीं पास होने से भी काम चल जाता है। लेकिन 12वीं पास होने के बाद आपके पास इस क्षेत्र में औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने के अवसर काफी बढ़ जाते हैं। दसवीं के बाद आप शार्ट टर्म कोर्सेस कर सकते हैं लेकिन आगे के कोर्स के लिए इच्छुक व्यक्ति को एप्टीट्यूड टेस्ट देना पड़ता है।
क्या हैं कोर्स
सर्टिफिकेट कोर्स
बेसिक ज्वेलरी डिजाइन, डायमंड आइडेंटीफिकेशन एंड ग्रेडिंग, कैड फार जेम्स एंड ज्वेलरी, कलर्ड जेमस्टोन आइडेंटिफिकेशन।
डिप्लोमा कोर्स
डिप्लोमा इन ज्वेलरी डिजाइन एंड जैमोलाजी, एडवांस ज्वेलरी डिजाइन विद कैड,ज्वेलरी मैनुफैक्चरिंग।
डिग्री कोर्स
बीएससी इन ज्वेलरी डिज़ाइन,बैचलर आफ ज्वेलरी डिजाइन, बैचलर आफ एक्सेसरीज डिजाइन, मास्टर्स डिप्लोमा इन ज्वेलरी डिजाइन एंड
टेक्नोलाजी।
व्यक्तिगत कौशल
ज्वेलरी डिजाइन में करिअर बनाने के लिए सबसे पहले इस क्षेत्र के प्रति लगाव और ज्वेलरी डिजाइन का सेंस होना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही क्रिएटिव, कल्पनाशील, न्यू ट्रेंड का सेंस, फैशन सेंस आदि के साथ मेहनती होना बहुत आवश्यक है। वैश्विक बाजार और फैशन के प्रति रुचि होना बहुत जरूरी है।
कितना होता है वेतन
पढ़ाई के तुरंत बाद किसी कंपनी में नौकरी लगने पर शुरुआत में 15 से 20 हजार रुपए प्रति माह आसानी से मिल जाते हैं। अनुभव के साथ साथ आपकी आय भी बढ़ती जाती है।अच्छे संस्थानों में कार्यरत ज्वेलरी डिजाइनर औसतन एक लाख से डेढ़ लाख रुपए महीना कमा लेते हैं।
प्रमुख संस्थान
जैमोलाजी इंस्टीट्यूट आफ इंडिया, मुंबई सेंट जेवियर्स कालेज, मुंबई, जैमस्टोन्स आर्टिसन्स ट्रेनिंग स्कूल, जयपुर, इंडियन जैमोलाजी इंस्टीट्यूट,
नई दिल्ली, जैम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन, काउंसिल, जयपुर, नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फैशन टेक्नोलाजी, नई दिल्ली, ज्वेलरी डिजाइन एंड टेक्नोलाजी इंस्टीट्यूट, नोएडा, एसएनडीटी यूनिवर्सिटी, मुंबई।
- अविनाश चंद्रा (लोक नीति के जानकार)