नीट यूजी, नीट पीजी, यूजीसी नेट और सीएसआईआर यूजीसी नेट, ये वो परीक्षाएं हैं जिनको लेकर पिछले कुछ दिनों से देश में हंगामा मचा हुआ है। इसमें से कुछ परीक्षाएं आयोजित होने से पहले स्थगित कर दी गईं जबकि कुछ होने के बाद रद्द कर दी गई। कहीं पेपर लीक की बात आई तो कहीं रिजल्ट में टॉपर्स की संख्या पर बवाल खड़ा हो गया। इन सबके बीच इन परीक्षाओं को आयोजित कराने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानि कि एनटीए देश में मचे बवाल का केंद्र बिंदु है। एनटीए पर क्वेश्चन पेपर की सुरक्षा नहीं कर पाने के आरोप लग रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच हर कोई एनटीए की जिम्मेदारी के बारे में जानना चाहता है।

पेपर कराने और उसकी सेफ्टी की जिम्मेदारी होती है एनटीए की

एनटीए खासतौर पर नीट यूजी और यूजीसी नेट एग्जाम की वजह से छात्रों के आक्रोश का शिकार हो रहा है। आपको बता दें कि एनटीए वो संस्था है जो इन दो बड़ी परीक्षाओं के अलावा कई अन्य अहम एग्जाम को आयोजित कराती है। भले ही इन दिनों एनटीए की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं, लेकिन एंट्रेस एग्जाम के लिए पेपर तैयार करवाने से लेकर उसकी सुरक्षा तक में इस संस्था की अहम भूमिका होती है। क्वेश्चन पेपर की सेफ्टी के लिए एनटीए के बहुत कड़े इंतजाम होते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको एनटीए के बारे में सबकुछ बताएंगे।

इन एग्जाम को आयोजित कराता है एनटीए

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानि कि एनटीए का गठन 2017 में हुआ था। यह एजेंसी हर साल इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड एंट्रेंस टेस्ट (IIFt), कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET), ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन मेन्स एग्जाम (JEE Mains), कॉमन मैनेजमेंट कम एडमिशन टेस्ट (CMAT), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी एंट्रेंस एग्जाम, जॉइंट इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट जैसे अहम एग्जाम को आयोजित कराता है।

एनटीए की टीम होती है इस प्रकार

इस एजेंसी के पास एजुकेशन एडमिनिस्ट्रेटिव, रिसर्चर, एक्सपर्ट्स और असेसमेंट डेवलपर की टीम होती है। पेपर तैयार कराने में हमेशा सब्जेक्ट एक्सपर्ट काम आते हैं। एक्सपर्ट से ही बात करके सवालों का बैंक तैयार होता है। इसके बाद डेवलेपमेंट कमेटी सभी प्रश्नपत्रों की जांच करती है। यही कमेटी क्वेश्चन पेपर फाइनल करती है और आखिर में प्रश्नपत्र प्रिंट होते हैं।

कैसे पेपर आयोजित कराता है एनटीए?

एनटीए ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड दोनों में परीक्षा आयोजित कराती है। अगर पेपर सीबीटी मोड में होता है तो पेपर को सर्वर पर लॉक करके रखा जाता है। वहीं ऑफलाइन मोड में पेपर आयोजित कराने के लिए एनटीए किसी कंपनी को हायर करती है और इसके लिए टेंडर निकाले जाते हैं। जिस कंपनी को टेंडर मिलता है आखिर में उसे पेपर आयोजित कराने की जिम्मेदारी दी जाती है।

ऐसे होती है सुरक्षा

ऑफलाइन मोड में पेपर को अलग-अलग सेंटर के स्ट्रॉन्ग रूम में रखा जाता है। इन स्ट्रॉन्ग रूम में किसी भी बाहर व्यक्ति का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित होता है। इतना ही नहीं पेपर को सील करके रखा जाता है और उसकी सील पेपर वाले दिन ही खुलती है। स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहती है।