विकास दिव्यकीर्ति ने बड़ा दिल दिखाते हुए दिल्ली कोचिंग हादसे में जान गंवाने वाले तीनों छात्रों के परिवार को 10-10 लाख वित्तीय सहायता और राऊ के वर्तमान आईएएस की तैयारी कर रहे छात्रों मुफ्त कोचिंग देने की घोषणा की है। विकास दिव्य कीर्ति के दृष्टि आईएएस कोचिंग सेंटर ने दिल्ली के पुराने राजेंद्र नगर में राऊ के आईएएस संस्थान में बेसमेंट लाइब्रेरी में डूबने से मरने वाले तीन यूपीएससी सिविल सेवा उम्मीदवारों के परिवारों को ₹10 लाख की वित्तीय सहायता की घोषणा की है।
उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के एर्नाकुलम के नेविन दल्विन की 27 जुलाई को मौत हो गई थी। असल में अवैध रूप से चल रही राऊ की आईएएस बेसमेंट लाइब्रेरी में भारी बारिश के बाद पानी भर गया था। एमसीडी ने तब से ऐसे कई लाइब्रेरी को सील कर दिया है और कई अन्य संस्थानों के अवैध प्रतिष्ठानों को ध्वस्त कर दिया है।
“कोचिंग सेंटर ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा, हम जानते हैं कि बच्चों को खोने के दर्द को कोई भी पैसा नहीं मिटा सकता फिर भी दुख की इस घड़ी में अपनी एकजुटता व्यक्त करने के विनम्र कोशिश के रूप में दृष्टि आईएएस ने चार शोक संतप्त परिवारों को 10 लाख-10 लाख की वित्तीय सहायता प्रदान करने का फैसली लिया है। चौथा पीड़ित यूपीएससी उम्मीदवार नीलेश राय हैं, जिनकी लक्ष्मी नगर में बाढ़ के बीच सड़क पर बिजली का झटका लगने से मौत हो गई थी।
इतना ही नहीं दृष्टि आईएएस ने राऊ के वर्तमान आईएएस छात्रों के लिए मुफ्त शैक्षणिक सहायता की भी घोषणा की है, जिसमें सामान्य अध्ययन और वैकल्पिक विषयों के लिए कक्षाएं और टेस्ट श्रृंखला शामिल हैं। छात्र दृष्टि आईएएस के करोल बाग ऑफिस से संपर्क करके 5 अगस्त से इस सहायता का उपयोग कर सकते हैं।
एक अधिकारी के मुताबिक, दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने पिछले महीने मारे गए सिविल सेवा अभ्यर्थियों के सम्मान में चार पुस्तकालय स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) आयुक्त को ओबेरॉय के पत्र में कहा गया है कि “एमसीडी द्वारा दिल्ली में चार स्थानों – राजेंद्र नगर, मुखर्जी नगर, पटेल नगर और बेर में मृत छात्रों के नाम पर पुस्तकालय स्थापित/निर्माण किए जा सकते हैं”।