उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर एक नई अंतर्राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की है। इस योजना का नाम यूपी अटल स्कॉलरशिप रखा गया है। इसके तहत प्रदेश के मेधावी छात्रों को ब्रिटेन में मास्टर डिग्री करने का अवसर मिलेगा और पढ़ाई से जुड़ा लगभग पूरा खर्च सरकार उठाएगी।
पहले चरण में चुने गए इतने छात्र
इस योजना के पहले चरण में पांच छात्रों का चयन किया गया है, जिन्हें इंग्लैंड में उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए भेजा जाएगा। प्रत्येक छात्र पर करीब 45 से 48 लाख रुपये का खर्च अनुमानित है। इसमें ट्यूशन फीस, परीक्षा शुल्क, आवास, भोजन, वीजा शुल्क और हर साल भारत-यूके के बीच आने-जाने का खर्च शामिल होगा।
छात्रवृत्ति के लिए हई ब्रिटेन के साथ साझेदारी
यह पहल उत्तर प्रदेश सरकार और ब्रिटेन के फॉरेन, कॉमनवेल्थ एंड डेवलपमेंट ऑफिस (FCDO) की साझेदारी से संभव हुई है। समझौते पर हस्ताक्षर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर किए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह छात्रवृत्ति प्रदेश के युवाओं को वैश्विक स्तर पर नेतृत्व की भूमिकाओं के लिए तैयार करेगी।
50-50 फॉर्मूला होगा लागू
छात्रवृत्ति की लागत का आधा हिस्सा उत्तर प्रदेश सरकार और आधा हिस्सा FCDO वहन करेगा। ब्रिटेन की हाई कमिश्नर लिंडी कैमरन ने इस सहयोग का स्वागत किया और इसे शैक्षिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
छात्रवृत्ति के लिए पात्रता मानदंड
पात्रता मानदंड के अनुसार उम्मीदवार के पास स्नातक की डिग्री होनी चाहिए और उसे ब्रिटेन की मान्यता प्राप्त कम से कम तीन मास्टर कोर्सेज के लिए आवेदन करना होगा। चयनित उम्मीदवार को कम से कम एक कार्यक्रम से अनकंडीशनल ऑफर प्राप्त होना जरूरी है। इसके अलावा, छात्रवृत्ति के तहत छात्रों को मासिक वजीफा, यात्रा भत्ता, वीजा शुल्क और कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए विशेष अनुदान भी मिलेगा।