Facial Attendance System for Scholarship: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने विद्यार्थियों को मिलने वाली छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति में पारदर्शिता लाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकारी आदेश के अनुसार, अब से ग्रुप वन कोर्स की पढ़ाई करने वाले पिछड़ा वर्ग के छात्रों को स्कॉलरशिप हासिल करने के लिए न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करनी होगी और ये उपस्थित फेशियल अटेंडेंस के रूप में दर्ज करनी होगी जिसे ऐप के जरिए पूरा किया जाएगा।

Facial attendance system UP: पहले हुई थी बॉयोमीट्रिक की व्यवस्था

यूपी सरकार ने छात्रवृत्ति के लिए छात्रों की अटेंडेंस का रिकॉर्ड रखने के लिए आधार बेस्ड बायोमेट्रिक (फेशल ऑथेंटिकेशन) की व्यवस्था की थी, जिसमें कॉलेजों को अपने खर्च पर बायोमीट्रिक मशीन लगानी पड़ी थी। इस अतिरिक्त खर्च के चलते कॉलेज प्रबंधकों की तरफ से विरोध भी दर्ज कराया गया था, जिसे देखते हुए एडमिनिस्ट्रेशन ने बायोमेट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था में बदलाव करके ऐप आधारित उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था की है।

Facial attendance system UP: कैसे काम करेगा ऐप ?

यूपी सरकार द्वारा छात्रों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए एक ऐप को लॉन्च किया गया है, जो सिर्फ कॉलेज परिसर में ही ओपन होगा। इस ऐप में छात्रों को फेशियल अटेंडेंस दर्ज करनी होगी, जिसमें ऐप जीपीएस लोकेशन के आधार पर छात्र की अटेंडेंस मार्क करेगा।

Facial attendance system UP: कहां-कहां लागू हुई फेशियल अटेंडेंस ?

छात्रवृत्ति के लिए 75 प्रतिशत उपस्थिति के फॉर्मूले को वर्तमान में 50 कॉलेजों में लागू किया गया है जिसमें एमबीबीएस, बीएमएस बीटेक, एमटेक, बी फार्मा, एमडीएस एमपीटी और एलएलएम जैसे ग्रुप वन कोर्स कराने वाले कानपुर के 50 कॉलेज शामिल हैं।

Facial attendance system UP: धरातल पर नहीं उतरी योजना

फेशियल अटेंडेंस की अनिवार्यता लागू होने के बाद भी यह स्कीम जमीन पर उतरती नहीं दिख रही है क्योंकि अभी तक 95 प्रतिशत कॉलेजों में यह फेशियल अटेंडेंस की व्यवस्था शुरू नहीं हो सकी है।

Facial attendance system UP: वंचित छात्रों के लिए कॉलेज प्रशासन जिम्मेदार

स्कॉलरशिप के आवेदन को पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा तभी स्वीकृत किया जाएगा जब कोर्स की अवधि के दौरान निर्धारित कामकाजी दिनों में छात्र की उपस्थिति 75 प्रतिशत होगी और इसी आधार पर छात्र को स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही विभाग की तरफ से यह भी साफ कर दिया गया है कि अगर कोई कॉलेज फेशियल अटेंडेंस की व्यवस्था लागू करने में असफल रहता है या समय पर लागू नहीं करता है तो छात्र छात्रवृत्ति से वंचित हो जाएंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी कॉलेज प्रबंधन की होगी।

Facial attendance system UP: कब तक कर सकते हैं आवेदन ?

उत्तर प्रदेश में जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की तरफ से छात्रवृत्ति के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसमें छात्र अपना रजिस्ट्रेशन 20 नवंबर तक कर सकते हैं।