UPSC Success Story In Hindi: यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए लाखों विद्यार्थी हर साल मेहनत करते हैं। इनमें से कुछ ही होते हैं, जो अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी से रूबरू कराएंगे, जिन्होंने 55 लाख की हाई पैकेज वाली नौकरी को ठुकरा दिया। ये कहानी है, राजस्थान के रहने वाले भविष्य देसाई की, जिन्होंने पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त की।

IAS Success Story: कॉलेज के समय ही यूपीएससी क्रैक करने का बनाया था प्लान

अजमेर के भविष्य देसाई ने कॉलेज के दौरान ही यूपीएससी क्रैक करने का प्लान बनाया था। उनकी पढ़ाई अजमेर के सेंट एंसलम स्कूल से हुई। ज्योति स्कूल से 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद भविष्य देसाई ने कानपुर आईआईटी से 2016 से 2020 के बीच में कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। इस दौरान ही उन्होंने ठान लिया था कि उन्हें एक आईएएस ऑफिसर बनना है।

UPSC Topper Story: 55 लाख का सालाना पैकेज ठुकराया

भविष्य देसाई के पिता ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में बताया था कि उनके बेटे ने यूपीएससी पढ़ाई के लिए दिन रात एक कर दिया थी। इतनी पढ़ाई करते थे कि उनके पिता को उन्हें आराम करने के लिए कहना पड़ता था। उन्होंने जानकारी दी थी कि गुड़गांव दिल्ली के स्टॉक मार्केटिंग कंपनी का 55 लाख का पैकेज ठुकरा कर उन्होंने सिविल सर्विसेज का रास्ता चुना था।

IAS Topper Story: किताब पढ़ने के बेहद शौकीन हैं भविष्य देसाई

भविष्य देसाई ने बताया था कि उन्हें बचपन से ही किताबें पढ़ने का बेहद शौक था। जिनका फायदा उन्हें यूपीएससी एग्जाम के दौरान मिला। अपनी सफलता की कुंजी के विषय में बताते हुए उन्होंने कहा था कि वह अपनी पढ़ाई को बहुत फोकस के साथ कर रहे थे। वह इस बात को लेकर बेहद क्लियर थे कि उन्हें यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए किन – किन किताबों को पढ़ने की जरूरत है। इसी मेहनत के बल पर उन्होंने यूपीएससी 2021 की परीक्षा में 29 वां रैंक प्राप्त किया।

UPSC Preparation Strategy: सोशल मीडिया से बना ली थी दूरी

भविष्य देसाई ने बताया था कि वह अपने टाइम टेबल को लेकर बहुत सख्त थे। उनका पढ़ाई का शेड्यूल बहुत ही अनुशासित और गहन था। इसी का नतीजा रहा कि उन्होंने देश के सबसे कठिन एग्जाम को पहले ही प्रयास में क्रैक कर लिया। भविष्य चाहते थे कि उनकी पढ़ाई के दौरान कोई भी दिक्कत ना हो, इसके लिए उन्होंने स्मार्टफोन और सोशल मीडिया से भी दूरी बना ली थी।