UP Teacher Vacancy 2023 (यूपी शिक्षक भर्ती) को लेकर बड़ा अपडेट हुआ है। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की नई नियमावली के अनुसार अब उत्तर प्रदेश में शिक्षक, अनुदेशक और असिस्टेंट प्रोफेसर्स की भर्ती लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर होगी। शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अब लिखित परीक्षा के 90 प्रतिशत और इंटरव्यू के 10 प्रतिशत को जोड़कर एक मेरिट तैयार की जाएगी। इसके अलावा जिन जगहों पर साक्षात्कार नहीं होगा वहां लिखित परीक्षा के अंक से ही नियुक्ति की जाएगी। कहां इंटरव्यू होगा कहां नहीं इस बारे में फैसला उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग लेगा।

कैंडिडेट्स को न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक देना जरूरी

नई नियमावली के अनुसार, शिक्षकों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा के आधार पर इंटरव्यू के लिए बुलाए गए कैंडिडेट्स को न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक देना जरूरी है। इसके अलावा इंटरव्यू में अधिकतम 90 प्रतिशत नंबर दिए जा सकते हैं। यानी अब यूपी में प्राइमरी से लेकर असिस्टेंट प्रोफेसर्स की नियुक्ति लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के बाद ही होगी। वहीं रिपोर्ट के अनुसार, अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की भर्ती के लिए एक विशेषज्ञ पैनल तैनात किया जाएगा। यह पैनल शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर नजर रखेगा।

जानिए कहां होगी शिक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा

यूपी में शिक्षकों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा जिला मुख्यालयों पर ही होगी। शिक्षकों की भर्ती सीधे लिखित परीक्षा के जरिए होगी। या फिर लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर होगी। वहीं यूजी-पीजी कॉलेज के लिए के प्रिंसिपल की नियुक्ति लिखित परीक्षा और एपीआई के आधार पर होगी। लिखित परीक्षा में पास कैंडिडेट्स में से रिक्तियों से 5 गुना अधिक लोगों को बुलाया जा सकता है।

कब निरस्त हो सकता है शिक्षकों की भर्ती का यह विज्ञापन

जानकारी के अनुसार, अगर तीन साल के अंदर वैकेंसी से संबंधित चयन प्रक्रिया शुरू नहीं होती है तो इस विज्ञापन को निरस्त किया जा सकता है। हालांकि इसके बाद दोबारा विज्ञापन जारी किया जा सकता है।