उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) जल्द ही 10वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी करेगा। इस साल यूपी बोर्ड एग्जाम में करीब 54.38 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए हैं। इन स्टूडेंट्स के लिए रिजल्ट का इंतजार जल्द खत्म हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक, 20 अप्रैल के बाद UPMSP का नोटिफिकेशन कभी भी जारी हो सकता है जिसमें रिजल्ट जारी होने की तारीख के बारे में जानकारी दी जाएगी। यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट रिजल्ट घोषित होने के बाद, इन दोनों कक्षाओं के छात्र आधिकारिक वेबसाइट और Jansatta.com/education पर दिए गए यूपी बोर्ड रिजल्ट डायरेक्ट लिंक के जरिए भी परिणाम चेक कर सकते हैं।
कॉपियों की जांच हो चुकी है पूरी
यूपी बोर्ड रिजल्ट जारी होने के बाद कैंडिडेट्स अपने रोल नंबर और जन्मतिथि के माध्यम से रिजल्ट को एक्सेस कर पाएंगे। जानकारी के मुताबिक, बोर्ड ने रिजल्ट जारी किए जाने की तारीख घोषित करने को लेकर शासन को प्रस्ताव भेजा है और शासन की मंजूरी के बाद ही रिजल्ट की तारीख जारी कर दी जाएगी। बता दें कि यूपी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की कॉपियों की जांच का काम 19 मार्च से शुरू किया था। कॉपियों की जांच खत्म हो चुकी है और माना जा रहा है कि अब कभी भी रिजल्ट जारी हो सकता है।
कब हुई थी परीक्षा?
इस साल यूपी बोर्ड एग्जाम 24 फरवरी को शुरू हुए थे और 12 मार्च को परीक्षा समाप्त हो गई थी। यह परीक्षा पूरे प्रदेश में 8140 सेंटर्स आयोजित की गई थी। 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 27.20 लाख और 12वीं बोर्ड एग्जाम में 26.98 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए थे।
पिछले साल कैसा रहा था रिजल्ट?
पिछले साल के रिजल्ट पर नजर डालें तो पता चलता है कि 2024 में यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिजल्ट 20 अप्रैल को जारी हुआ था। पिछले साल की तरह इस साल भी 10वीं और 12वीं का रिजल्ट एकसाथ ही जारी कर दिया जाएगा। 2024 में 10वीं क्लास में 89.55 फीसदी स्टूडेंट पास हुए थे जबकि 12वीं का ओवरऑल पासिंग प्रतिशत 82.60 फीसदी रहा था।
ग्रेस मार्क्स देकर पास किए जा सकते हैं स्टूडेंट्स
यूपी बोर्ड की ओर से स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स देकर पास किया जा सकता है। ग्रेस मार्क्स का मतलब होता है कि यदि कोई छात्र परीक्षा में पास होने के लिए निर्धारित अंक से थोड़ा पीछे रह जाता है, तो उसे ग्रेस अंक देकर पास कर दिया जाता है। इस सिस्टम का उद्देश्य उन छात्रों को मदद देना है जो थोड़े से अंकों से फेल हो गए हैं, ताकि वे अगले साल की परीक्षा में शामिल होने के बजाय उसी साल पास हो सकें।
