माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (UPMSP) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे रविवार (29 अप्रैल 2018) को घोषित किए। नतीजे जारी होने के बाद जो आंकड़ें सामने आए हैं उन्हें जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। UP Board की 10वीं-12वीं परीक्षा में लगभग 150 स्कूलों का पासिंग प्रतिशत शून्य रहा। राज्य के विभिन्न जिलों में स्थित लगभग 150 स्कूलों का एक भी बच्चा पास नहीं हुआ। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक ज्यादातर स्कूल उन इलाकों के हैं जो ‘संवेदनशील’ श्रेणी में आते हैं। रिकॉर्ड के मुताबिक 98 स्कूलों में 10वीं कक्षा और 52 स्कूलों में 12वीं कक्षा का पासिंग प्रतिशत शून्य रहा। इन 150 स्कूलों में सरकारी और कई प्राइवेट स्कूल भी हैं।
इन आंकड़ों ने अधिकारियों को भी सकते में ला दिया है। UPMSP की सचिव नीना श्रीवास्तव ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा, “इस परीक्षा में नकल रोकने के लिए राज्य सरकार ने कड़े कदम उठाए थे। बोर्ड रिजल्ट का आकलन करने के बाद ही कुछ कह सकता है।” 75 जिलों में से 50 ‘संवेदनशील’ श्रेणी में आते हैं। गाजीपुर जिले में 17 स्कूल हैं जहां पर एक भी छात्र पास नहीं हुआ। इनमें से 11 स्कूलों के 10वीं कक्षा के सभी छात्र और 6 स्कूलों के 12वीं के सभी छात्र परीक्षा पास नहीं कर पाए। अधिकारी इन आंकड़ों के सामने आने के बाद सकते में हैं।
गौरतलब है 2017 में 10वीं का पासिंग पर्सेंटेज 81.18 फीसद और 12वीं का पासिंग पर्सेंटेज 82.62 फीसद रहा था। वहीं इस साल (2018) 10वीं का पासिंग पर्सेंटेज 75.16 फीसद और 12वीं का 72.43 फीसद रहा। बता दें 10वीं और 12वीं यूपी बोर्ड परीक्षाएं 6 फरवरी से 12 मार्च 2018 तक आयोजित हुई थीं। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 1.46 लाख परीक्षकों को नियुक्त किया है। इस वर्ष लगभग 66.37 लाख छात्रों ने UP board परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। 36,55,691 छात्र 10वीं और 29,81,327 छात्र 12वीं की परीक्षा में सम्मिलित हुए थे। वहीं लगभग 11,28,250 छात्र परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुए थे।

