उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने राज्य के अंदर बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइट संचालित करने वालों को सख्त चेतावनी जाहिर की है। दरअसल, बोर्ड ने कहा है कि ऐसा करने वालों के खिलाफ जल्द प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। बोर्ड की ओर से यह जानकारी बुधवार को एक वरिष्ठ अधिकारी की ओर से दी गई। बोर्ड ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब बोर्ड परीक्षाओं में 3-4 महीने का वक्त बचा है। माना जा रहा है कि बोर्ड के इस फैसले से छात्रों, अभिभावकों के साथ हो रहे फर्जीवाड़ों पर रोक लगेगी।
क्या कहा बोर्ड के सचिव ने?
यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि जल्द ही हम हमारी वेबसाइट से मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइट संचालित करने वाले लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएंगे। उन्होंने बताया कि यह फर्जी वेबसाइट हमारी असली वेबसाइट से एकदम मिलती-जुलती हैं, फर्जी वेबसाइटों पर सभी विषय-वस्तुएं और तस्वीरें डाली गई हैं जो मूल वेबसाइट में मौजूद हैं, जिससे वह फर्जी वेबसाइट असली लगे और अभ्यर्थियों में भ्रम की स्थिति पैदा हो।
पैरेंट्स और छात्र सिर्फ इस वेबसाइट पर करें भरोसा
बोर्ड ने बताया है कि सभी विद्यार्थियों, अभिभावकों और स्कूलों के प्रधानाचार्यों से अपील की है कि वह यूपी बोर्ड से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in पर ही विजिट करें। उन्होंने साफ कहा कि फर्जी वेबसाइट्स पर दी गई किसी भी जानकारी, लिंक या भुगतान से बचें इससे आप फर्जीवाड़े का शिकार हो सकते हैं। सचिव ने जोर देकर कहा कि यूपी बोर्ड की सभी आधिकारिक सूचनाएं केवल upmsp.edu.in पर ही मिलेंगी।
लाखों छात्रों के साथ हो सकती है धोखाधड़ी
बता दें कि बोर्ड की यह चेतावनी काफी अहम इसलिए है क्योंकि हर साल लाखों छात्र बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होते हैं। बोर्ड परीक्षाओं से जुड़ी कई अहम जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाती है। फर्जी वेबसाइट्स के जरिए गलत जानकारी या ठगी न सिर्फ छात्रों और उनके परिवारों को नुकसान पहुंचा सकती है, बल्कि बोर्ड की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठा सकती है इसलिए यह जरूरी है कि लोग केवल आधिकारिक वेबसाइट का इस्तेमाल करें।