उत्तराखंड में कथित पेपर लीक मामले में राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीबीआई जांच कराने की सिफारिश का ऐलान किया है। राज्य में पिछले एक हफ्ते से प्रदर्शन कर रहे युवाओं की मांग पर ध्यान देते हुए सीएम ने सोमवार को सीबीआई जांच की सिफारिश की बात कही और छात्रों को भरोसा दिलाया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी।
क्या कहा मुख्यमंत्री ने?
मुख्यमंत्री की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, “आप सब लोग चाहते हैं कि भर्ती प्रक्रियाओं की जांच सीबीआई से होनी चाहिए। आप सब के मन में किसी प्रकार का कोई संदेह न रहे, कोई अविश्वास न रहे, इसलिए हम इसकी सीबीआई से जांच की सिफारिश करते हैं।” सीएम ने कहा कि अभी SIT की जांच प्रक्रिया चल रही है सारे तथ्य जुटाए जा रहे हैं।
सीएम ने धरना स्थल पर जाकर युवाओं से की मुलाकात
सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धरना स्थल पर जाकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने छात्रों के सामने पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से कराने का ऐलान किया। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यह परीक्षा स्थगित और रद्द भी की जा सकती है। उम्मीद की जा रही है कि सीएम के इस ऐलान के बाद छात्रों का धरना समाप्त हो सकता है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि UKSSSC ने 21 सितंबर को पटवारी, लेखपाल, VDO परीक्षा आयोजित की थी। परीक्षा शुरू होने के करीब आधा घंटे बाद ही तीन पेज का पेपर सोशल मीडिया पर लीक हो गया। आरोप है कि कुछ लोग पहले परीक्षा केंद्र की जांच कर चुके थे, परीक्षा केंद्र के निर्माणाधीन हिस्सों में मोबाइल फोन छुपाया गया और परीक्षा के दौरान उन हिस्सों से प्रश्नों की तस्वीर ली गई। फोटो लेने के बाद इसके जवाब भी वायरल किए गए।
श्रीनगर गढ़वाल में सेवारत एक प्रोफेसर ने दावा किया के खालिद नाम के किसी व्यक्ति ने तीन पेज हल करने को भेजे हैं. उन्होंने ये मामला सार्वजनिक कर दिया। इसके बाद पेपर लीक को लेकर हंगामा मच गया। परीक्षा खत्म होने के बाद मिलान में वायरल हुए तीन पेज सही पाए गए। इसके बाद देहरादून में छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया। वहीं पुलिस ने खालिद को गिरफ्तार कर लिया, जिसने 4 नामों से आवेदन किया था।