उच्च शिक्षा संस्थानों में अंडर ग्रेजुएट कोर्स में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए यूजीसी अध्यक्ष जगदीश कुमार ने गुरुवार को एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट्स को अपने डिग्री प्रोग्राम की मानक अवधि के बजाय अपने पढ़ाई की अवधि को कम करने या बढ़ाने का ऑप्शन मिलने लगेगा। यूजीसी ने इस सप्ताह एक बैठक में एचईआई के लिए क्विक डिग्री प्रोग्राम (एडीपी) और विस्तारित डिग्री कार्यक्रम (ईडीपी) की पेशकश के लिए एसओपी को मंजूरी दी।
पब्लिक डोमेन में रखा जाएगा एसओपी को
अब इस एसओपी को स्टेक होलडर्स से प्रतिक्रिया के लिए सार्वजनिक डोमेन में रखा जाएगा, जबकि डिग्रियों में एक स्व-निहित नोट का उल्लेख होगा कि एक मानक अवधि में जरूरी एकेडमिक जरूरतों को छोटी या विस्तारित अवधि में पूरा किया गया है, उन्हें शैक्षणिक और भर्ती उद्देश्यों के लिए मानक अवधि की डिग्री के बराबर माना जाएगा।
यूजीसी अध्यक्ष की ओर से कहा गया है कि छात्रों को उनकी क्षमता के आधार पर अपनी डिग्री की अवधि को कम करने या बढ़ाने का ऑप्शन दिया जाएगा, अभी यूजीसी इस पर विचार कर रहा है। अभी एडीपी स्टूडेंट्स को प्रति सेमेस्टर एक्स्ट्रा क्रेडिट अर्न करके कम समय में तीन साल या चार साल की डिग्री पूरी करने की अनुमति देता है, जबकि प्रति सेमेस्टर कम क्रेडिट ईडीपी एक एक्स्टेंडेड समय सीमा को सक्षम बनाता है।
भाषा इनपुट के साथ