इसके साथ ही छात्र विश्वविद्यालय के 68 कालेज में 78 स्रातक प्रोग्राम के अलावा, 198 बीए प्रोग्राम में दाखिला ले सकते हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कालेज में कुल 71,000 सीट हैं। पिछले साल की तरह इस साल भी केंद्रीय विश्वविद्यालय-संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) के स्कोर के आधार पर दाखिले किए जाएंगे।

कुलपति योगेश सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम आज सीएसएएस-यूजी की शुरुआत कर रहे हैं। कालेज आफ आर्ट्स के लिए ‘बीए फाइन आर्ट्स’ के दाखिले भी सीएसएएस के जरिए किए जाएंगे। कुलपति प्रो योगेश सिंह ने लैपटाप पर बटन दबाकर पोर्टल जारी की। इस दौरान कुलपति के साथ रजिस्ट्रार विकास गुप्ता, डीन (दाखिला) प्रोफेसर हनीत गांधी, एसओएल की निदेशक प्रोफेसर पायल मागो और प्रवक्ता अनूप लाठर आदि उपस्थित रहे।

उन्होंने कामन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस) 2023 का पोर्टल बल्कि स्कूल आफ ओपन लर्निंग (एसओएल) के स्रातक के दाखिलों और एनसीडब्लूईबी के भी दाखिला पोर्टल की शुरुआत की। कुलपति ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि इस वर्ष से डीयू में बीटेक के तीन नए प्रोग्राम शुरू किए जा रहे हैं जिनमें दाखिला लेने वाले 360 विद्यार्थियों से प्रत्येक को लैपटाप की खरीद पर विश्वविद्यालय की ओर से 50 हजार रुपए तक की प्रतिपूर्ति की जाएगी।

इतना ही नहीं, बकौल कुलपति बीटेक प्रोग्रामों में प्रवेश पाने वाले आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय वित्तीय सहायता योजना (एफएसएस) भी पेश करेगा। जिन उम्मीदवारों के माता-पिता की आय चार लाख रुपए या उससे कम है, उन्हें प्रवेश के समय शुल्क में 90 फीसद तक छूट दी जाएगी। जिन उम्मीदवारों के माता-पिता की आय चार लाख रुपए से अधिक और आठ लाख रुपए से कम है, उन्हें प्रवेश के समय शुल्क में 50 फीसद छूट प्राप्त होगी।

इस साल शुरू हो रहे तीन बीटेक पाठ्यक्रम के लिए पंजीकरण पोर्टल जून के अंतिम सप्ताह में खुलेगा।

इन पाठ्यक्रमों में छात्रों को उनके संयुक्त पात्रता परीक्षा (जेइइ मेन) के स्कोर के आधार पर प्रवेश मिलेगा। विश्वविद्यालय की ओर से जून के अंतिम सप्ताह में अपना पंजीकरण पोर्टल खोलने की संभावना है। इसके लिए 1500 रुपए का पंजीकरण-सह-परामर्श शुल्क देय होगा। विश्वविद्यालय के मुताबिक इस शैक्षणिक सत्र से पांच वर्षीय एलएलबी व आइटीईपी नामक नए प्रोग्राम भी शुरू किए जा रहे हैं। पत्रकारों के सवालों पर कुलपति ने बताया कि डीयू के वल्लभ भाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट को संपूर्ण मेडिकल कालेज बनाने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा जा रहा है।

सामान्य और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 250 रुपए शुल्क

पंजीकरण शुल्क अनारक्षित तथा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के छात्रों के लिए 250 रुपए और अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) तथा दिव्यांगजन (पीडब्लूडी) छात्रों के लिए 100 रुपए है। खेल और ईसीए कोटा के तहत दाखिला लेने वालों को अतिरिक्त भुगतान करना होगा। बता दें कि स्रातक पाठ्यक्रम का शैक्षणिक सत्र 16 अगस्त से शुरू होगा। 17 जून को आयोजित होने वाली सीयूईटी परीक्षा में भाग लेने जा रहे उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं। स्रातकोत्तर के लिए आवेदन जुलाई के अंत में शुरू होंगे।

‘सीयूईटी’ की बाध्यता नहीं

कुलपति ने ‘स्कूल आफ ओपन लर्निंग’ (एसओएल) और एनसीडब्लूईबी (नान कालेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड) की भी दाखिले प्रक्रिया भी शुरू कर दी। बता दें कि स्कूल आफ ओपन लर्निंग (एसओएल) और गैर कालेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड (एनसीडब्ल्यूईबी) के स्रातक प्रोग्रामों में प्रवेश के लिए सीयूईटी की बाध्यता नहीं है। इन संस्थानों में प्रवेश बारहवीं कक्षा में प्राप्त अंकों की योग्यता के आधार पर होता है। स्कूल आफ ओपन लर्निंग के 8 स्रातक प्रोग्रामों और 112 बीए प्रोग्राम संयोजनों के लिए प्रवेश पोर्टल भी बुधवार को लांच हुआ।